दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। 11 सितंबर को जबलपुर में आयोजित हिन्दी महोत्सव 2024 के उद्घाटन समारोह में महात्मा गांधी हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा की पूर्व लोकपाल डा. उमा त्रिपाठी ने कहा कि पूरे विश्व में 600 भाषाओं पर संकट के बावजूद हिन्दी अपनी विश्वसनीयता और अडिगता के साथ खड़ी है। उन्होंने हिन्दी के व्यापक अपनत्व और उपयोग की सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन और हिन्दी समिति के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने की। डा. उमा त्रिपाठी को हिन्दी समिति द्वारा शॉल, श्रीफल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पावर मैनेजमेंट कंपनी के अतिरिक्त मुख्य महाप्रबंधक अखिलेश कुमार अग्रवाल, उप महाप्रबंधक प्रशासन आलोक श्रीवास्तव, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया।
राजीव गुप्ता ने आम बोलचाल में शुद्ध हिन्दी के उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि भाषा के साथ बने रहना चाहिए। उन्होंने भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर अपने विचार साझा किए।
हिन्दी महोत्सव के पहले दिन विद्युत कंपनियों के कार्मिकों के लिए प्रश्न मंच प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को हिन्दी और सामान्य ज्ञान पर आधारित 60 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने थे।
उद्घाटन दिवस पर रंगाभरण रंग समूह ने ‘एक फिल्मी प्रेम कथा’ नाटक की प्रस्तुति दी, जो हरिशंकर परसाई की व्यंग्य रचना पर आधारित था। साथ ही, त्रिलोक सिंह स्मृति पुस्तकालय ने हिन्दी साहित्य की श्रेष्ठ पुस्तकों और उनके अनुवाद की एक प्रदर्शनी लगाई, जो आकर्षण का केन्द्र बनी।
12 सितंबर को तात्कालिक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, विवेचना रंगमंडल द्वारा ‘निठल्ले की डायरी’ नाटक का मंचन भी किया जाएगा।
