दैनिक सांध्य बन्धु रतलाम। इस वर्ष नवरात्रि के गरबा पंडालों के बाहर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए बैनर लगाए गए हैं। यह निर्णय हिंदू संगठनों और आयोजन समिति की सहमति से लिया गया है। इसके साथ ही शहर के प्रमुख मुस्लिम नेता, शहर काजी सैयद अहमद अली, ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे इस दौरान गरबा या मेले में शामिल न हों और अपने घर पर ही रहें। काजी का कहना है कि बाजार और मेलों में घूमना इस्लाम के अनुसार जायज नहीं है और वर्तमान माहौल को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।शहर के कई गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की एंट्री पर प्रतिबंध को लेकर बैनर लगाए गए हैं। इसके साथ ही, दीनदयाल नगर गरबा समिति ने एक नियमावली बनाई है जिसमें मर्यादित वेशभूषा और शराब सेवन पर सख्त पाबंदी लगाई गई है। बॉलीवुड गानों को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है और केवल भजन या धार्मिक गानों को ही अनुमति दी गई है।रतलाम पुलिस भी नवरात्रि को लेकर अलर्ट मोड पर है। जिले में देवी मां की घट स्थापना और गरबा रास का आयोजन 735 स्थानों पर हो रहा है, जिनकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन सतर्कता बनाए हुए है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।शहर काजी सैयद अहमद अली ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे गरबा या मेला देखने न जाएं और अपने घरों में रहें। उन्होंने बताया कि वर्तमान माहौल को देखते हुए यह अपील की गई है ताकि समाज में शांति और भाईचारा बना रहे।इसी बीच, इंदौर के भंवरकुआ इलाके में लंबे समय से हो रहे एक गरबा आयोजन को निरस्त कर दिया गया है। इसका कारण आयोजक का नाम फिरोज खान होना बताया गया है। बजरंग दल ने इस आयोजन पर लव जिहाद फैलाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद इसे बंद कर दिया गया।
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