दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर ग्राम कुमगंवा में शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें पोकलेन ऑपरेटर सुरेंद्र गौड़ की जान चली गई। सुरेंद्र, जो कि गोटेगांव का निवासी था, कुमगंवा में मुरम खदान में पोकलेन मशीन से मुरम निकालने का काम कर रहा था। काम के दौरान अचानक खदान का एक बड़ा हिस्सा धंस गया, जिससे मलबे के नीचे दबकर सुरेंद्र की मौत हो गई।
घटना के बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए सुरेंद्र को मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए पहले पाटन तथा फिर जबलपुर के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, डॉक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। स्थानीय प्रशासन की सूचना पर पाटन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
आवंटित इस खदान में हादसे के बाद खनिज विभाग की टीम भी शनिवार को जांच के लिए पहुंची। यह जांच की जाएगी कि खदान में मुरम निकालने का कार्य वैध तरीके से हो रहा था या इसमें कोई अनियमितता थी।
पाटन क्षेत्र के एसडीओपी लोकेश डाबर ने कहा कि, "कुमगंवा में हादसे के दौरान पोकलेन ऑपरेटर सुरेंद्र गौड़ की मौत हो गई। घटना के समय वह मुरम निकालने का कार्य कर रहा था, तभी खदान का एक हिस्सा धंस गया और वह मलबे में दब गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।"
इस खदान में हो रहे खनन कार्य की वैधता भी जांच के दायरे में है। प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खनन का कार्य शासन के नियमों के अनुसार किया जा रहा था या नहीं।