दैनिक सांध्य बन्धु श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनावों के बाद, शुरुआती अनुमानों के अनुसार किसी भी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की संभावना है। तीन चरणों में हुए इन चुनावों के परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित होंगे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन को 35-40 सीटें मिलने की उम्मीद है, जो सरकार बनाने के लिए आवश्यक 46 सीटों से कम हैं। ऐसे में उन्हें पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और निर्दलीय उम्मीदवारों की मदद की जरूरत पड़ेगी। NC और कांग्रेस ने कश्मीर की 47 सीटों में से ज्यादातर पर बढ़त बनाई है।
दूसरी ओर, BJP को 20-25 सीटें मिलने का अनुमान है, जिसमें से अधिकतर सीटें जम्मू क्षेत्र से हो सकती हैं। पार्टी घाटी की गुरेज सीट से भी जीत की उम्मीद कर रही है, जहां फकीर मोहम्मद खान BJP के उम्मीदवार हैं।
PDP की स्थिति कमजोर मानी जा रही है, लेकिन चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण में उनकी स्थिति थोड़ी बेहतर हुई है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी को 4-7 सीटें मिल सकती हैं, और वे किंगमेकर की भूमिका में आ सकती हैं।
निर्दलीय और छोटी पार्टियां भी अहम भूमिका निभा सकती हैं, जिनके खाते में 9-12 सीटें जाने की संभावना है। इन सीटों के जरिए ये पार्टियां सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, INDA (कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का गठबंधन) की सरकार बनने की संभावना अधिक है।