महाराष्ट्र में सियासी खींचतान के बीच नई सरकार की तस्वीर साफ: BJP विधायक दल की बैठक 4 दिसंबर को

दैनिक सांध्य बन्धु मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 10 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हो पाया है। महायुति (भाजपा, शिवसेना शिंदे और NCP अजित पवार गुट) में एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय हो गया है।

4 दिसंबर को विधायक दल की बैठक

बीजेपी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। बैठक मुंबई के विधान भवन के सेंट्रल हॉल में सुबह 10 बजे होगी। माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री घोषित किया जाएगा।

5 दिसंबर को शपथ ग्रहण

शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल होंगे।

महायुति के बीच मंत्रालयों को लेकर खींचतान

गृह मंत्रालय फडणवीस अपने पास रखना चाहते हैं, जबकि शिंदे गुट इस पर दावा कर रहा है।

बीजेपी ने गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून जैसे अहम मंत्रालयों पर कब्जा बनाए रखने की रणनीति बनाई है।

शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास और NCP को वित्त, कृषि जैसे विभाग ऑफर किए गए हैं।

मुख्य घटनाक्रम (23 नवंबर - 1 दिसंबर):

23 नवंबर: चुनाव परिणाम में महायुति को 230 सीटें मिलीं।

25 नवंबर: 1 सीएम और 2 डिप्टी सीएम के फॉर्मूले पर सहमति बनी।

28 नवंबर: अमित शाह, नड्डा और महायुति नेताओं की बैठक में मंत्रालयों पर चर्चा।

30 नवंबर: शपथ ग्रहण की तारीख तय।

नेताओं के बयान:

एकनाथ शिंदे: “जनता चाहती है कि मैं मुख्यमंत्री बनूं।”

संजय राउत: “महाराष्ट्र में संवैधानिक संकट है, राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।”

आदित्य ठाकरे: “सरकार बनाने में देरी महाराष्ट्र का अपमान है।”

क्या होगा महायुति का अगला कदम?

सभी की निगाहें 4 दिसंबर की बैठक पर हैं, जहां मुख्यमंत्री का नाम तय होगा।

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