Jabalpur News: बारिश बनी रबी फसलों के लिए वरदान, लेकिन धान किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शनिवार सुबह अचानक मौसम खराब होने के बाद तेज बारिश ने जहां असिंचित जमीनों पर लगी चना, मसूर और गेहूं की फसलों को लाभ पहुंचाया, वहीं खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ी धान की सुरक्षा किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन गई।

बारिश से चना, मसूर और गेहूं की फसलों में हरियाली और रंगत आने की संभावना है। यूरिया और पोटाश की मांग बढ़ने के साथ कीटनाशक छिड़काव की तैयारी शुरू हो गई है। दूसरी ओर, हरी सब्जियों जैसे टमाटर, बैगन, पालक, और फूलगोभी के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। भिंडी की बोवनी बारिश के कारण फिलहाल 15 दिनों के लिए रोक दी गई है।

खरीदी केंद्रों में खुले में रखी धान तिरपाल से ढकी गई, लेकिन कई जगह धान गीली होने और खराब होने की संभावना है। केंद्र प्रभारियों ने किसानों को फसल की सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठाने को कहा, जिससे किसानों में रोष है। कुछ क्षेत्रों में धान की तुलाई बंद रही।

ओरिया मटर मंडी में तुलाई पूरी तरह से ठप रही। वहीं, सड़कों पर अंधेरा छाने के कारण वाहनों की लाइट से ही उजाला हो सका। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों तक ठंड और बारिश का असर बना रहेगा, जबकि 31 दिसंबर से कंपकंपाती ठंड शुरू होने की संभावना है।

किसानों को फसलों की तुड़ाई तेज करने और मौसम खुलते ही कीटनाशक व खाद का छिड़काव करने की सलाह दी गई है। प्रशासन से धान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग की जा रही है।

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