दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई करीब 15 करोड़ रुपये के सोने और 5 लाख रुपये नकद की डकैती के मामले में पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इस वारदात का मास्टरमाइंड पाटन निवासी रईस है, जिसने वारदात को अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश के पेशेवर बदमाशों को हायर किया था। डकैतों के नाम और पते पुलिस ने पता चल गए हैं, अब सिर्फ उनकी गिरफ्तारी शेष है। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
किराए का मकान लेकर की रैकी
सूत्रों के मुताबिक रईस ने योजना बनाकर खितौला निवासी सोनू बर्मन से संपर्क किया और एक किराए का मकान दिलाने को कहा। सोनू ने 2,000 रुपये दलाली लेकर नारायणपुर बस्ती निवासी इंद्रजीत विश्वकर्मा का मकान रईस और उसके साथियों को दिला दिया। रईस ने मकान मालिक को पहले ही बता दिया था कि मकान सिर्फ आठ दिन के लिए चाहिए। डकैत मकान में ठहरे और बैंक तथा आसपास के इलाके की बारीकी से रैकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया।
तलाशी में पांच पिस्टल और बैग बरामद
पुलिस ने इंद्रजीत विश्वकर्मा के मकान के उस हिस्से की तलाशी ली, जहां आरोपी ठहरे थे। वहां से पांच पिस्टल, कई थैले और बैग बरामद हुए। जांच में सामने आया कि पुलिस ने घटना के बाद क्षेत्र और आसपास के करीब 100 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली थी। फुटेज से शक इंद्रजीत विश्वकर्मा के घर में ठहरे लोगों पर गया, जो घटना के दिन से ही गायब थे।
आईजी-एसपी ने मौके पर पहुंचकर दिए दिशा-निर्देश
डकैतों की गिरफ्तारी के लिए 30 से अधिक पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही हैं। आईजी प्रमोद वर्मा और एसपी संपत उपाध्याय स्वयं पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। गत दिवस दोनों अधिकारी खितौला पहुंचे और मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर टीमों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए, ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को दबोचा जा सके।
वारदात से मचा था हड़कंप
गौरतलब है कि सोमवार सुबह करीब 9 बजे नकाबपोश डकैत बंदूक की नोक पर इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक, खितौला से लगभग 15 करोड़ रुपये का सोना और 5 लाख रुपये नकदी लूटकर फरार हो गए थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने पुलिस महकमे और पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया था। अब पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी गया माल बरामद कर लिया जाएगा।