दैनिक सांध्य बी बन्धु नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट पर इस बार मुकाबला बेहद कड़ा होने की संभावना है। अब तक अरविंद केजरीवाल के लिए यह सीट हमेशा सुरक्षित मानी जाती थी, लेकिन इस बार बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंकी है। बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को और कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। इससे अरविंद केजरीवाल को कड़ी चुनौती मिल रही है।
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नया वेतनमान
केंद्र सरकार ने आठवें वेतन आयोग की घोषणा की है, जिसके तहत लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 65 लाख पेंशनधारक लाभान्वित होंगे। दिल्ली में इन कर्मचारियों और पेंशनधारकों की संख्या बहुत अधिक है, और माना जा रहा है कि बीजेपी इस कदम से इस वर्ग का समर्थन प्राप्त कर सकती है, जो चुनाव में निर्णायक साबित हो सकता है।
आम आदमी पार्टी का मिशन मिडिल क्लास
नई दिल्ली सीट पर मिडिल क्लास मतदाताओं की संख्या अधिक है, और अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास को लुभाने के लिए केंद्र सरकार से 7 डिमांड रखे हैं। हालांकि, मिडिल क्लास को यह महसूस हो रहा है कि अरविंद केजरीवाल के इन दावों को पूरा करना उनके बस की बात नहीं है, क्योंकि ये केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।
बीजेपी का झुग्गीवासियों को पक्के आवास का वादा
बीजेपी ने झुग्गीवासियों के लिए पक्के मकान देने का वादा किया है, जिससे इस वर्ग का वोट बैंक प्रभावित हो सकता है। अरविंद केजरीवाल ने इस पर चुनौती दी है, लेकिन अगर यह वादा काम करता है, तो बीजेपी को इसका फायदा हो सकता है।
वाल्मीकि समुदाय का वोट
नई दिल्ली सीट पर वाल्मीकि समुदाय की संख्या लगभग 20,000 है, और इस समुदाय में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के चलते बीजेपी को बड़ा समर्थन मिल सकता है।
धोबी कल्याण बोर्ड का वादा
अरविंद केजरीवाल ने धोबी समुदाय के लिए धोबी कल्याण बोर्ड बनाने का वादा किया है। नई दिल्ली सीट पर इस समुदाय के लगभग 15,000 वोट हैं, और यह वादा इस समुदाय के बीच आम आदमी पार्टी को लाभ दिला सकता है।
संदीप दीक्षित और कांग्रेस का प्रभाव
कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है, जो अपनी मां शीला दीक्षित द्वारा किए गए विकास कार्यों को याद दिला रहे हैं। हालांकि कांग्रेस का वोट लगातार घट रहा है, लेकिन संदीप दीक्षित का अच्छा प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के लिए खतरे की घंटी हो सकता है, क्योंकि नाराज वोट कांग्रेस की ओर जा सकते हैं।
नई दिल्ली सीट पर कांटे का मुकाबला है, और फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि कौन सी पार्टी आगे है। अरविंद केजरीवाल के लिए यह चुनाव आसान नहीं रहने वाला, और बीजेपी व कांग्रेस के ताकतवर उम्मीदवारों ने इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।