Jabalpur News: 15 दिन के विनायक को मिली नई जिंदगी, जन्मजात विकृति से मिली निजात

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। केन्द्र सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम गरीब बच्चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रहा है। इस योजना के तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए न केवल वित्तीय सहायता मिलती है, बल्कि उन्हें सही तरीके से इलाज की सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। एक ऐसा ही मामला पाटन विकासखंड से सामने आया है, जहां एक 15 दिन के नवजात शिशु विनायक को जन्मजात दिल में छेद होने की समस्या थी।

विनायक के पिता स्वपनिल पटेल रविवार को छुट्टी के दिन जिला अस्पताल पहुंचे, जहां आरबीएसके की टीम ने मामले को गंभीरता से लिया। योजना प्रबंधक सुभाष शुक्ला ने बताया कि टीम ने रविवार को ही बच्चे के कागजी कार्यवाहियों को पूरा कर उसे मुंबई रेफर कर दिया। मुंबई में प्राथमिक उपचार के रूप में बैलून करेक्शन विधि द्वारा इलाज किया गया और छह महीने बाद उसकी एक और सर्जरी की जाएगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जन्मजात विकृतियों का विशेष उपचार किया जाता है, जिसमें दिल में छेद, टेढ़े-मेढ़े पैर, कटे-फटे होंठ, और सुनने या बोलने में कठिनाई जैसी समस्याएं शामिल हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि यह नवजात शिशुओं से संबंधित मामला है, इसलिए हमारी पूरी टीम का उद्देश्य है कि बिना किसी देरी के पीड़ित परिवार और नवजात को त्वरित स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जाए।

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