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फोटो- मनोज एंथोनी |
दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर | गुड फ्राइडे के पावन अवसर पर जबलपुर शहर में ईसाई समाज द्वारा पारंपरिक रूप से 'वे ऑफ द क्रॉस' यानी दुखमयी क्रूस यात्रा निकाली गई। यह यात्रा होली ट्रिनिटी चर्च से प्रारंभ होकर रसल चौक, नोदरा ब्रिज, तीन पत्ती और पुराना बस स्टैंड होते हुए पुनः भंवरताल गार्डन स्थित होली ट्रिनिटी चर्च पर समाप्त हुई।
पूरे मार्ग में ईसाई समुदाय के लोगों ने प्रभु यीशु की स्तुति में भजन-कीर्तन किए और उनके बलिदान की गाथा को श्रद्धा से दोहराया। चर्च में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं, जिनमें यीशु मसीह के साथ हुए विश्वासघात, गिरफ्तारी, मुकदमे और सूली पर चढ़ाए जाने की घटनाएं स्मरण की गईं।
समुदाय के सदस्यों ने बताया कि सवा दो हजार साल पहले इसी दिन प्रभु यीशु मसीह ने मानवता के पापों का प्रायश्चित करते हुए अपना जीवन बलिदान किया था। इस बलिदान को ईसाई धर्म में प्रेम, त्याग और मुक्ति का प्रतीक माना जाता है।