दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर/Jabalpur। शहर के बाजारों में एनसीईआरटी की नकली किताबों की बिक्री का मामला सामने आया है, जिससे शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को शिकायत पत्र सौंपते हुए एक किताबों का सेट भी प्रस्तुत किया है, जिसमें नकली होने के स्पष्ट संकेत बताए गए हैं।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इन किताबों में न तो एनसीईआरटी का वॉटरमार्क है और न ही कागज व प्रिंटिंग की गुणवत्ता मानक के अनुरूप है। सस्ती और घटिया क्वॉलिटी की इन किताबों को असली बताकर अभिभावकों को ठगा जा रहा है।
कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा, "एनसीईआरटी की किताबों में डुप्लीकेसी की शिकायत मिली है, पिछले वर्ष भी ऐसी शिकायत आई थी। निश्चित रूप से जांच करवाई जाएगी, यदि गड़बड़ी मिलती है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।"
यह मामला न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि उन अभिभावकों की जेब पर भी सीधा वार है जो बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मेहनत की कमाई खर्च कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है और दोषियों को कितनी सख्ती से नकेल कसता है।