दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। अनूपपुर जिले के जमुना कॉलरी निवासी पुलिस आरक्षक मिथिलेश पांडे को 2013 में आय से अधिक संपत्ति के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। अपने पद की बहाली के लिए उन्होंने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन मामला लंबित रहा।
वर्ष 2024 में, उनके बेटे अभिषेक पांडे ने वकालत की डिग्री प्राप्त की और जबलपुर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। अभिषेक ने अपने पिता का केस न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने अदालत में अपने पिता के खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करवाने में सफलता प्राप्त की।
न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की बेंच ने आरक्षक मिथिलेश पांडे को पुनः बहाल करने का आदेश दिया, जिसके बाद अनूपपुर पुलिस अधीक्षक ने उन्हें सेवा में वापस लिया। 5 अप्रैल को मिथिलेश पांडे ने अनूपपुर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 11 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, बेटे की मेहनत से पिता को न्याय मिला, जिससे परिवार में खुशी लौट आई।
Tags
jabalpur