दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। माढ़ोताल थाना अंतर्गत क्षेत्र के कठौंदा गांव में 10 अप्रैल को कचरा प्लांट के नजदीक नाले के पास संदिग्ध हालत में मिला था युवक का शव अब एक चौंकाने वाली पारिवारिक हत्या में बदल चुका है। मृतक की पहचान सुन्दर लाल उर्फ बबलू कोरी (उम्र लगभग 45 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पेशे से पुराने टायर काटने का काम करता था। शुरुआत में शव की पहचान नहीं होने के कारण पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को लावारिस मानते हुए दफना कर मर्ग कायम कर लिया था। इसी बीच दद्दा नगर माढ़ोताल निवासी बबलू कोरी की पली थाने पहुंचीं और पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने लगी। पुलिस ने जब उन्हें लावारिस शव की तस्वीर दिखाई, तो उन्होंने शव की पहचान बबलू कोरी के रूप में की।
इसके बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए दफनाए गए शव को दोबारा निकलवाया, और बबलू की पत्नी ने मौके पर अंतिम रूप से शव की पहचान बबलू कोरी के रूप में की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया क्योंकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह सामने आया था कि शव के साथ मृत्यु के पहले मार पीट की गई थी मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने परिवार से पूछताछ शुरू की। इसी दौरान पुलिस को मृतक के बेटे 17 वर्षीय करण कोरी (बदला हुआ नाम) के शरीर पर चोट के कुछ निशान दिखाई दिए, जिससे पुलिस को संदेह हुआ। जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो करण ने स्वीकार किया कि उसने अपने पिता की हत्या की है। उसने बताया कि घरेलू विवाद के बाद दोनों के बीच मारपीट इतनी बढ़ गई कि उसके पिता की जान चली गई।
हत्या के बाद करण ने शव को कपड़े में लपेटकर कचरा प्लांट के पास नाले के किनारे फेंक दिया था। सूत्रों के अनुसार, मृतक का पुत्र पहले से ही एक हत्या के मामले में आरोपी रह चुका है। पुलिस ने आरोपी 17 वर्षीय करण कोरी (बदला हुआ नाम) को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ हत्या व सबूत छिपाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, हत्या कर और शव को ठिकाने लगाने में उसकी मदद करने वाले उदय चढ़ार और साहिल रैकवार पर भी मामला दर्ज किया है।