दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के 25 घंटे बाद भारतीय सेना ने बड़ा बयान दिया है। तीनों सेनाओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देते हुए बताया कि इस जवाबी कार्रवाई में 100 आतंकवादी और 40 पाकिस्तानी सैनिक-अफसर मारे गए। वहीं, भारत के 5 जवान शहीद हुए हैं।
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 7 मई को भारतीय सेना ने सीमा पार 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इनमें कंधार हाईजैक और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड भी शामिल थे। पाकिस्तान की जवाबी ड्रोन और मिसाइल कोशिशों को हवा में ही मार गिराया गया।
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप और मुरीदके के टेरर बेस को टारगेट किया। एयरफोर्स ने बताया कि सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से ये अड्डे पूरी तरह खत्म कर दिए गए।
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने लाहौर, गुजरांवाला, चकलाला, रफीकी, रहरयार खान जैसे पाकिस्तानी एयरबेस और सर्विलेंस सिस्टम पर हमला किया। उन्होंने कहा, "हमने उन्हें बताया कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं हैं।"
भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान ने फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, तो और अधिक निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। एयरमार्शल भारती ने बताया कि 10 मई को पाकिस्तानी DGMO ने फोन पर युद्धविराम की बात की, लेकिन कुछ घंटों बाद ही ड्रोन अटैक कर दिया गया।
सेना ने कहा कि भारत की लड़ाई पाकिस्तान से नहीं, बल्कि आतंकवाद से है। लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला हुआ, तो जवाब और भी कठोर होगा।
भारतीय सेना ने शहीद हुए 5 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए देश को आश्वस्त किया कि “हम हर खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”