दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब परदेशीपुरा थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल विनोद यादव ने बुधवार को अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कनाड़िया क्षेत्र की एक महिला शालू उर्फ शानू राणा उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी और रुपए की मांग कर रही थी। महिला लगातार विनोद को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही थी।
घटना की सूचना मिलने पर एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह, एएसपी सोनू डाबर सहित एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने रात में ही महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, विनोद यादव बुधवार शाम ड्यूटी से लौटे थे और रात करीब 6:30 बजे रोल कॉल में नहीं पहुंचे। कुछ ही देर बाद उनके सुसाइड की सूचना आई। महिला खुद ओला कैब से विनोद के घर पहुंची थी और उन्हें फंदे पर लटका देख मदद के लिए बाहर आई, जिसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया।
टीआई के अनुसार, विनोद बीते कुछ महीनों से डिप्रेशन में थे और ज्यादा लोगों से बातचीत नहीं करते थे। उन्होंने कुछ ही दिन पहले अपनी बेटी की शादी की थी और उनका परिवार फिलहाल हरियाणा गया हुआ है। विनोद यादव पुलिस विभाग में करीब 17 वर्षों से सेवा दे रहे थे और खजराना सीआई सेल में रहते हुए कई बड़ी वारदातों का खुलासा कर चुके थे।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और शालू राणा से पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि विनोद के मोबाइल से महिला से संबंधित कई अहम जानकारियां मिली हैं, जो जांच के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं।