दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने आज सुबह नर्मदा के पावन तट गौरीघाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सरयू नदी की तर्ज पर जबलपुर में भी भव्य रिवर फ्रंट विकसित करने की मंशा जाहिर की। निरीक्षण के पश्चात सिविल लाइन स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ गौरीघाट के विकास को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
मंत्री राकेश सिंह के साथ मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण के प्रबंध संचालक एवं पूर्व कलेक्टर भरत यादव, वर्तमान कलेक्टर दीपक सक्सेना, राजस्व, नगर निगम, स्मार्ट सिटी, बिजली कंपनियों और लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। इस अवसर पर भू-अर्जन से जुड़ा अमला भी उपस्थित रहा।
मंत्रालय की योजना के अनुसार गौरीघाट और तिलवाराघाट को अयोध्या के सरयू घाट की तरह विकसित किया जाएगा। गौरीघाट के उमाघाट क्षेत्र में विशेष रूप से सौंदर्यीकरण, हरित क्षेत्र निर्माण और पौधारोपण जैसे कार्य किए जाएंगे। नर्मदा रिवर फ्रंट के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।
हालांकि स्थानीय लोगों की चिंता यह है कि पहले से डूब क्षेत्र में करीब 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, ऐसे में नए निर्माण से पूर्व डूब क्षेत्र का पुनः वैज्ञानिक ढंग से चिन्हांकन आवश्यक है।
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