दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में 2200 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बड़ा कदम उठाते हुए राज्य के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह मामला सिविल वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट में भारी गड़बड़ी से जुड़ा है।
CBI ने इस घोटाले के सिलसिले में इसी साल 22 फरवरी 2024 को मलिक के ठिकाने पर छापा मारा था और दिल्ली समेत कुल 29 जगहों पर रेड की थी।
सत्यपाल मलिक ने खुद अक्टूबर 2021 में खुलासा किया था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहते हुए 300 करोड़ की रिश्वत ऑफर की गई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। इसके बाद CBI ने अप्रैल 2022 में इस मामले की जांच शुरू की थी।
CBI के अनुसार, साल 2019 में कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के लिए एक निजी फर्म को 2200 करोड़ रुपये का सिविल वर्क का ठेका देने में भारी अनियमितताएं पाई गईं। इसके अलावा एक अन्य FIR में 60 करोड़ की बीमा योजना में घोटाले का मामला भी सामने आया है।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं अस्पताल में भर्ती हूं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हूं। मुझे शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं, लेकिन जवाब नहीं दे पा रहा।”
पिछले साल CBI की रेड पर भी उन्होंने कहा था, “CBI को मेरे घर से 4-5 कुर्ता-पायजामा ही मिलेगा। मैं किसान का बेटा हूं, डरूंगा नहीं।”
सत्यपाल मलिक ने अक्टूबर 2021 में झुंझुनूं (राजस्थान) में दावा किया था कि उनके पास दो फाइलें आई थीं – एक बड़े उद्योगपति और दूसरी एक पूर्व मंत्री से जुड़ी। सचिवों ने घोटाले की आशंका जताई थी, इसलिए दोनों डील रद्द कर दी गईं।
उन्होंने कहा था कि उन्हें हर फाइल के लिए 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत का ऑफर दिया गया था। मलिक ने तब यह भी कहा था, “मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं, और उन्हीं के साथ चला जाऊंगा।”