Jabalpur News: आरडीयू कुलगुरु पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच एसआईटी ने शुरू की, हाईकोर्ट के निर्देश पर बनी है विशेष टीम

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस महानिदेशक (DGP) ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (आरडीयू) के कुलगुरु प्रो. वर्मा पर लगे यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों की जांच के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया है। एसआईटी ने सोमवार को जबलपुर पहुंचकर जांच की शुरुआत कर दी और अब वह इस प्रकरण में जुड़े सभी पक्षों की गहनता से पड़ताल कर रही है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय के माध्यम से संबंधित गवाहों और पक्षों को तलब किया जा रहा है। एसआईटी द्वारा तलब किए गए गवाहों से पूछताछ शुरू होते ही विश्वविद्यालय परिसर में हलचल और चर्चाओं का माहौल गर्म हो गया है। सूत्रों के अनुसार जांच दल में दो वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है और टीम जांच में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतना चाहती।

गौरतलब है कि आरडीयू की एक महिला अधिकारी ने कुलगुरु प्रो. वर्मा पर 21 नवंबर को वीसी चेंबर में बैठक के दौरान अभद्र इशारे करने का गंभीर आरोप लगाया था। महिला अधिकारी का दावा है कि यह घटना वीसी चेंबर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है और उन्होंने फुटेज को जांच के लिए महत्वपूर्ण सबूत बताया था। फुटेज मांगने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ना तो फुटेज उपलब्ध कराए गए और ना ही उचित जांच की गई।

थक-हारकर उक्त महिला अधिकारी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां यह स्पष्ट हुआ कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित जांच समितियां निष्पक्ष नहीं हैं और प्रभावित हो रही हैं। इसके बाद कोर्ट ने एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए। अब एसआईटी को 16 जून तक अपनी रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश करनी है।

विश्वविद्यालय से बाहर रहकर जांच कर रही एसआईटी पूरी गोपनीयता के साथ मामले की तह में जाकर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। इससे आरडीयू के प्रशासनिक गलियारों में खलबली मची हुई है और आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे संभव हैं।

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