Jabalpur News: भीषण गर्मी में जानलेवा साबित हो रहा मौसम, हार्ट और बीपी मरीजों के लिए अलर्ट जारी

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मध्यप्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप अब बीपी और हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और शहर के निजी क्लीनिकों में हृदय और रक्तचाप संबंधी शिकायतों के साथ पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि हाई बीपी के मरीजों का अचानक बीपी लो हो रहा है, जिससे उन्हें चक्कर आना, आंखों के सामने धुंधलापन, अत्यधिक थकान और कमजोरी जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं।

चिकित्सकों ने साफ कहा है कि गर्मी के कारण शरीर में सोडियम क्लोराइड और पानी की कमी हो जाती है, जिससे रक्त वहनियां फैलने लगती हैं और ब्लड का फ्लो पैर की ओर बढ़ जाता है। इससे दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई घटती है, जो लो बीपी और हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। कुछ मामलों में हाई बीपी के मरीज भी दवाओं की तय मात्रा लेते रहने के कारण अचानक बीपी लो के शिकार हो रहे हैं, जिससे रिकवरी में हफ्तों लग रहे हैं।

गर्मी में बीपी के उतार-चढ़ाव के तीन मुख्य कारण — शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी, लूड की कमी और ब्लड वेसल्स का फैलना — सामने आए हैं। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि दिल और बीपी के मरीज दोपहर में तेज धूप में बाहर ना निकलें, भरपूर मात्रा में पानी, नींबू पानी, आम का पना, फलों का जूस और ओआरएस का सेवन करें। डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखते ही तुरंत जांच कराएं।

इस बीच जबलपुर में तीन ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लो बीपी के चलते मरीजों की हालत गंभीर हो गई। एक 36 वर्षीय युवक, जो हाई बीपी की दवा ले रहा था, अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ा। एक 45 वर्षीय व्यक्ति को सिरदर्द और सुस्ती के बाद बीपी लो पाया गया। वहीं, एक 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला भी चक्कर खाकर गिर गईं और उन्हें काफी कमजोरी महसूस हुई।

डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम को हल्के में लेना जानलेवा हो सकता है। इसलिए सतर्क रहें, सावधानी बरतें और खुद को हाइड्रेट रखें।

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