Jabalpur News: स्वास्थ्य केंद्र के बाहर युवक की मौत, ग्रामीण बोले इलाज न मिलने से गई जान

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। पाटन स्वास्थ्य केंद्र में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को सुबह बेहोशी की हालत में पुलिस द्वारा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी लाश अस्पताल के बाहर मिली। इस घटना ने ग्रामीणों में आक्रोश की लहर फैला दी है। लोगों का आरोप है कि युवक को न तो समय पर इलाज मिला और न ही संवेदनशीलता दिखाई गई।

सुबह मंडी के पास मिला था बेसुध युवक

स्थानीय जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब 10 बजे पाटन क्षेत्र की कृषि उपज मंडी के पास एक युवक बेसुध हालत में पड़ा मिला। राहगीरों ने तुरंत डॉयल-100 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को तत्काल पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में भर्ती कराया।

इलाज नहीं मिला, अस्पताल के बाहर मिली लाश

प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों का दावा है कि अस्पताल में युवक को भर्ती तो किया गया लेकिन उसे कोई प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया। कुछ ही देर में अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे बाहर कर दिया, जहां वह सड़क किनारे पड़ा रहा और वहीं उसकी मौत हो गई। यह दृश्य देख स्थानीय लोगों में रोष फैल गया। उनका कहना है कि यदि समय रहते इलाज दिया गया होता, तो युवक की जान बच सकती थी।

पुलिस ने शुरू की जांच, नहीं हुई पहचान

पुलिस ने युवक की मौत के बाद पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और बाद में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। पुलिस युवक की पहचान कराने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसके पास से कोई दस्तावेज, मोबाइल या पहचान संबंधी सामान नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि वह बीते कुछ दिनों से पाटन क्षेत्र में घूमता हुआ देखा गया था।

CMHO बोले- मानसिक रूप से असंतुलित था युवक, मेडिकल कॉलेज किया गया था रेफर

इस पूरे मामले पर जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. संजय मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि युवक को पुलिस द्वारा अस्पताल लाया गया था, उसे भर्ती कर जांच की गई। जांच के दौरान पाया गया कि वह मानसिक रूप से असंतुलित है, इसलिए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया क्योंकि पाटन स्वास्थ्य केंद्र में मानसिक रोग विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। उसे पलंग पर बैठाया गया था, लेकिन वह खुद बाहर चला गया और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।

ग्रामीणों की मांग- लापरवाह स्टाफ पर हो कार्रवाई

ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पाटन स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन लापरवाही सामने आती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। अगर इस बार भी दोषियों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे।

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