दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर-कटनी रेलवे लाइन पर स्थित शोभापुर रेलवे ब्रिज के पास लगी शराब दुकान यात्रियों के लिए मुसीबत बन गई है। यहां नशे में धुत शराबी अक्सर ट्रेनों की ओर पत्थर या शराब की बोतलें फेंकते हैं, जिससे कई यात्री घायल हो चुके हैं और ट्रेन के कोचों के कांच टूट चुके हैं।
ट्रेन की खिड़की पर गिरती बोतल, यात्रियों को गंभीर चोटें
कुछ हालिया घटनाओं पर नजर डालें:
21 जून 2025: शोभापुर ब्रिज के पास शराब पीने के बाद पटरी पार कर रहे युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत।
मई 2025: गाड़ी संख्या 07328 के एस-1 कोच में बैठे यात्री पवन राय के चेहरे पर तेज रफ्तार से आई बोतल से गहरी चोट।
मई 2025: ट्रेन 05585 में यात्रा कर रही श्वेता चौधरी की खिड़की पर भारी वस्तु टकराई, जिससे कोच का कांच क्रैक हुआ।
रेलवे ट्रैक के पास जाम छलकाते शराबी
भास्कर टीम के मौके पर निरीक्षण में देखा गया कि सुबह से देर रात तक शराबी ट्रैक के किनारे बैठकर शराब पीते हैं। आरपीएफ कई बार इन्हें हटाती है लेकिन कुछ ही देर में ये फिर लौट आते हैं। आरपीएफ के अनुसार दुकान रेलवे की सीमा से बाहर है, इसलिए कार्रवाई में बाधा आती है।
तीन थानों की सीमा, कोई जवाबदेह नहीं!
इस क्षेत्र में रांझी, आधारताल और घमापुर थानों की सीमाएं लगती हैं, जिससे स्थायी पुलिस गश्त नहीं हो पाती। नतीजतन, रेलवे और आरपीएफ दोनों ही मदद की गुहार लगा रहे हैं। आरपीएफ ने कलेक्टर, आबकारी कमिश्नर और पुलिस विभाग को पत्र लिखकर शराब दुकान को हटाने की मांग की है।
दुकान नहीं हटी, तो हादसे नहीं रुकेंगे
शोभापुर निवासी गोविंद तिवारी ने कहा कि मंदिर जाने वाले लोग शराबियों की हरकतों से परेशान हैं। “ट्रैक पार करते समय लोग ट्रेन की चपेट में आ रहे हैं। जब तक दुकान नहीं हटेगी, ये हादसे बंद नहीं होंगे।”