Jabalpur News: अकीदत और अमन के साथ मनाई जा रही ईद, नमाज के बाद घरों में की गई कुर्बानी

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। ईद-उल-अजहा शनिवार को पूरे अकीदत, अमन और भाईचारे के साथ जबलपुर में मनाया गया। शहर की सभी प्रमुख ईदगाहों और मस्जिदों में सुबह 8 बजे ईद की विशेष नमाज अदा की गई। इसके बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने घरों में बकरों की कुर्बानी पेश कर इस खास मौके को इबादत और तसल्ली के साथ मनाया। 

गोहलपुर ईदगाह में हाफिज मोहम्मद ताहिर ने कराई नमाज 

गोहलपुर स्थित मोमिन ईदगाह में हजारों की संख्या में नमाजी जमा हुए। यहां इमाम हाफिज मोहम्मद ताहिर ने ईंद की नमाज अदा कराई। नमाज से पहले और बाद में अमन, भाईचारे और देश की तरक्की के लिए विशेष दुआएं की गई। ईदगाह में मोमिन अंसार समाजी वेलफेयर मर्कजी पंचायत, सातों कमेटी और मोमिन ईदगाह एक्शन कमेटी के पदाधिकारियों ने व्यापक इंतजाम किए थे। सभी नमाजी समय से पहले ईदगाह पहुंच गए और शांति के साथ नमाज अदा की। 

रानीताल स्थित ईदगाह कलां में मप्र राज्य मुफ्ती मौलाना डॉ. मोहम्मद मुशाहिद रजा सिद्दीकी ने ईद की नमाज अदा कराई। नमाज के बाद हजारों मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बारगाहे इलाही में मुल्क की सलामती, खुशहाली और भाईचारे के लिए दुआ मांगी। मौलाना मुशाहिद रजा ने समाज और शहरवासियों को ईद की मुबारकबाद दी और प्रशासन की व्यवस्थाओं की सराहना की। 

राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने दी बधाई 

ईद की नमाज के बाद ईदगाहों में कई प्रमुख जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मुस्लिम समाज को बधाई देने पहुंचे। विधायक लखन घनघोरिया, हाजी कदीर सोनी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, गुड्डु नबी, पूर्व पार्षद इस्त्याक अंसारी, आमीन, खुरैशी, रितेश नोतनानी, देवकी पटेल और अन्य कांग्रेस नेताओं ने मुस्लिम समुदाय के लोगो को ईद की शुभकामनाएं दीं। 

ड्रोन और पुलिस बल के साथ की गई सख्त निगरानी 

शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने सख्त सुरक्षा इंतजाम किए थे। सभी थाना क्षेत्रों की मस्जिदों और ईदगाहों में पुलिस बल तैनात रहा। साथ ही ड्रोन कैमरों की मदद से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों की निगरानी की गई। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में निभाई गई, जिससे त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। 

त्योहार के बाद पेश की जा रही कुर्बानी 

नमाज के बाद लोगों ने अपने घरों में धार्मिक परंपराओं के अनुसार कुर्बानी पेश की। मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि कुर्बानी का यह पर्व त्याग, समर्पण और अल्लाह के हुक्म की तामील का प्रतीक है। इस मौके पर जरूरतमंदों को मांस वितरण कर समाज में बराबरी और भाईचारे का संदेश भी दिया गया। ईद-उल-अजहा के मौके पर केवल मुस्लिम समाज ही नहीं, बल्कि अन्य समुदायों के लोगों ने भी अपने मुस्लिम मित्रों को बधाई दी। कई जगहों पर सामाजिक संगठन और मोहल्ला समितियों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और मिल-जुलकर इस पर्व को साझा खुशी के रूप में मनाया।

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