दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जून की शुरुआत के साथ ही मध्यप्रदेश के जबलपुर सहित पूर्वी अंचलों में मौसम का मिजाज लगातार करवटें बदल रहा है। एक तरफ बादलों की आवाजाही और कहीं-कहीं हल्की बारिश की झलक देखने को मिल रही है, वहीं दूसरी ओर लू और उमस ने आमजन की परेशानी बढ़ा दी है। सोमवार को जबलपुर में इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की उत्तरवर्ती प्रगति में देरी हो रही है। वर्तमान में यह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर अटका हुआ है। आमतौर पर जबलपुर में मानसून 12 से 24 जून के बीच दस्तक देता है, लेकिन इस बार अनुमान के विपरीत थोड़ी देरी हो रही है।
तेज धूप के साथ उमस ने किया बेहाल
सोमवार को दिन भर बादल छाए रहे, लेकिन तेज धूप और उमस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। शाम तक शहर का तापमान 42.6 डिग्री तक पहुंच गया। रात में भी राहत नहीं मिली और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री रहा, जो सामान्य के अनुरूप है। मौसम विभाग ने चेताया है कि 12 जून तक इसी तरह गर्मी और उमस बनी रहेगी।
कहीं गर्मी, कहीं बारिश
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान मौसमी परिस्थितियाँ जैसे कि द्रोणिका, पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात जैसी प्रणाली सक्रिय हैं, जिसके चलते अगले कुछ दिन तेज गर्मी के साथ-साथ आंधी और बारिश की संभावना भी बनी रहेगी।
तीन दिन और सताएगी गर्मी, फिर बारिश की दस्तक
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 48 घंटे में मानसून गति पकड़ेगा। 13 से 15 जून के बीच भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान जबलपुर सहित संभाग के 11 जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
लो प्रेशर बना उम्मीद की किरण
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में करीब 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर लो प्रेशर सिस्टम विकसित हो रहा है। इसके साथ ही हवा की गति भी 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच रही है, जो मानसून की सक्रियता के लिए सकारात्मक संकेत माने जा रहे हैं।
सतर्क रहें, सावधानी बरतें
तेज धूप और गर्म हवाओं से बचने के लिए मौसम विभाग ने नागरिकों को दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी है। पर्याप्त पानी पीने, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनने तथा बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है।