दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मझौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पोला में रविवार सुबह दो पड़ोसियों के बीच गोबर डालने और दीवार के पास से रास्ता निकालने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी तक पहुंच गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर अलग-अलग मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहला पक्ष: दीवार के पास से रास्ता निकालने पर हुआ विवाद
थाना मझौली में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, संतोष पटेल उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम पोला ने शिकायत की है कि वह खेती-किसानी करता है। आज सुबह करीब 7:30 बजे वह अपने घर के सामने गोबर की खात (खाद) भर रहा था। उसी दौरान उसकी जमीन के पास बनी दीवार को लेकर उसका पड़ोसी द्वारिका पटेल आपत्ति जताने लगा। द्वारिका पटेल ने कहा कि उसकी दीवार से सटाकर खातू नहीं डाली जाए और उसके घर के पास से रास्ता न निकाला जाए।
संतोष पटेल ने कहा कि वह वहीं से निकलेगा जहां रास्ता है। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद बढ़ गया। संतोष का आरोप है कि द्वारिका ने उसे गालियां दीं, मना करने पर डंडे से हमला कर हाथ, कंधे और पीठ में चोट पहुंचाई, साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। संतोष की शिकायत पर पुलिस ने धारा 296, 115(2), 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
दूसरा पक्ष: दीवार के पास गोबर डालने से बिगड़ा मामला
वहीं दूसरी ओर द्वारिका पटेल उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम पोला ने भी मझौली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। द्वारिका ने बताया कि वह भी खेती करता है और उसके घर के पीछे संतोष पटेल का मकान है। संतोष पटेल हमेशा अपने मवेशियों का गोबर उसकी दीवार के पास डालता है, जिससे उसकी दीवार में सीलन आ गई है और वह खराब हो रही है।
आज सुबह करीब 8 बजे संतोष पटेल उसकी दीवार के नीचे से मिट्टी निकाल रहा था। द्वारिका ने जब उसे रोका तो संतोष ने गालियां देना शुरू कर दिया। विरोध करने पर संतोष ने उस पर लाठी से हमला कर हाथ और कोहनी में चोट पहुंचाई तथा जान से मारने की धमकी भी दी। द्वारिका की शिकायत पर भी पुलिस ने धारा 296, 115(2), 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मझौली पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों पर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है और घटनास्थल की जांच भी की जा रही है। दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर गाली-गलौज, मारपीट और धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि झगड़े की असली वजह क्या थी और कौन पक्ष दोषी है।