दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। राजा रघुवंशी मर्डर केस की मुख्य आरोपी सोनम इस समय मेघालय पुलिस की रिमांड पर है। उसे शिलॉन्ग के थाने में 10x10 फीट के लॉकअप में रखा गया है, जहां सीसीटीवी कैमरे से उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। उसे जमीन पर बिछाने के लिए दरी और ओढ़ने के लिए एक चादर दी गई है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को उससे मिलने की इजाजत नहीं है।
प्रेमी राज से अब तक नहीं हुआ आमना-सामना
सोनम को 9 जून से पुलिस कस्टडी में रखा गया है। कोर्ट ने उसे आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है और आज पूछताछ का चौथा दिन है। पुलिस ने सभी आरोपियों को अलग-अलग लॉकअप में रखा है। खासतौर पर सोनम को राज कुशवाहा और अन्य आरोपियों से दूर ग्राउंड फ्लोर पर रखा गया है, जबकि अन्य आरोपी फर्स्ट फ्लोर पर हैं।
राज चुप, सोनम अब बता रही प्रेमी को मास्टरमाइंड
सोनम पुलिस पूछताछ में अब अपने कथित प्रेमी राज को इस हत्या का मास्टरमाइंड बता रही है। वहीं, राज यह तो मान रहा है कि मर्डर की साजिश उसी ने रची, लेकिन प्रेम-संबंध को लेकर वह पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है। पुलिस इस रहस्य को उजागर करने में जुटी है।
पूछताछ सुबह 11 से शाम 6 बजे तक
पुलिस ने सोनम से पूछताछ के लिए 100 से ज्यादा सवालों की लिस्ट तैयार की है। हर दिन 8 से 10 घंटे अलग-अलग राउंड में उससे सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। कई बार जवाबों से परेशान होकर सोनम कहती है कि वह ये पहले बता चुकी है।
मनोबल बनाए रखने नॉर्थ इंडियन खाना, नए कपड़े दिए गए
सोनम को उसकी मांग पर नॉर्थ इंडियन खाना दिया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि सहयोगात्मक रवैये के लिए आरोपी का मानसिक संतुलन जरूरी है। लॉकअप में अब वह सफेद टी-शर्ट और ब्राउन लोअर में नजर आ रही है, जो स्थानीय बाजार से मंगवाए गए हैं।
सोनम परिवार से कटी, कोई मिलने नहीं आया, न वकील किया गया
अब तक न सोनम के माता-पिता ने उससे संपर्क किया और न ही किसी वकील की व्यवस्था की गई है। भाई गोविंद का कहना है कि माता-पिता ने उसे उसी हालत में छोड़ देने को कहा है।
बस में उजाला से हुई थी बहस, बोली- सोचा नहीं इतनी शातिर होगी
गाजीपुर की एक युवती उजाला यादव सामने आई है, जिसने सोनम को बस में देखा था। उजाला ने दावा किया कि वह राजा रघुवंशी का वीडियो देख रही थी, जिस पर सोनम भड़क गई और बोली- “ये सब फर्जी है, मत देखो।” गिरफ्तारी के बाद उजाला को पता चला कि वही सोनम थी। उजाला ने राजा के भाई से संपर्क कर यह जानकारी साझा की।
लॉकअप में सोनम के पास न कोई मोबाइल है, न किताब और न ही अखबार। वह अधिकांश समय घुटनों पर सिर टिकाकर बैठी रहती है। सिर्फ महिला पुलिसकर्मी से ही उसकी बातचीत होती है, जो बारी-बारी से ड्यूटी पर रहती हैं।