फर्जी बिल, बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट और जीएसटी चोरी में शामिल कंपनियों पर लगातार कार्रवाई जारी
दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। सेंट्रल जीएसटी की एंटी इवेजन टीम ने जबलपुर में टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ अभियान और तेज कर दिया है। पारसराम सीमेंट के बाद अब शहर की 9 बड़ी फर्मों पर छापा मारकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। ये कार्रवाई जे इन्फ्राटेक (जाण्डू कंस्ट्रक्शन), यर्न कंस्ट्रक्शन और कन्हैयालाल अग्रवाल की फर्म में पहले हुई छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर की गई है।जांच में सामने आया है कि ये सभी कंपनियां या तो सीमेंट और लोहा व्यापार से जुड़ी हैं या फिर सिविल कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। सूत्रों के मुताबिक, फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम कर शासन को धोखा देने की बड़ी साजिश सामने आई है। दस्तावेजों में यह स्पष्ट हुआ है कि इन कंपनियों ने बिना किसी वास्तविक माल की आपूर्ति के लाखों रुपये के बिल जारी किए, लेकिन जीएसटी जमा नहीं किया।
सेंट्रल जीएसटी टीम ने गूमर ट्रेडर्स, एएस ट्रेडिंग, एमपी ट्रेडिंग, विश्वकर्मा ट्रेडर्स, कमला ट्रेडर्स, पीयूष ट्रेडर्स, विजय कुमार मिश्रा कंस्ट्रक्शन कम्पनी, एबी कंस्ट्रक्शन और श्री सुंदरम इन्फ्राकॉन जैसी फर्मों के ठिकानों पर छापा मारा। इन फर्मों के दफ्तरों से दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर बिलिंग में हेरफेर के साक्ष्य मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि इन फर्मों ने यर्न कंस्ट्रक्शन को बिना किसी वास्तविक लेनदेन के फर्जी बिल जारी किए।
बुधवार को दिनभर चली छापेमारी के बाद देर रात तक अधिकारी दस्तावेजों का मिलान करते रहे। इनपुट टैक्स क्रेडिट से जुड़े ट्रांजेक्शन की बारीकी से जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि आज भी कुछ और कारोबारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से लोहा, सीमेंट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर से जुड़े व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि इन उद्योगों में लंबे समय से चल रहे फर्जी बिलिंग के रैकेट को सेंट्रल जीएसटी अब बेनकाब कर रहा है।
आयुक्त लोकेश कुमार लिल्हारे के निर्देशन में सीजीएसटी की टीम ने यह coordinated कार्रवाई की है। जीएसटी अधिनियम के तहत फर्जी इनवॉइस, बिना माल की आपूर्ति के टैक्स क्रेडिट लेने और शासन को राजस्व नुकसान पहुंचाने वालों पर अब लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।