दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल।मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को राजधानी भोपाल में अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ता रस्सियों से अपने हाथ बांधकर सड़कों पर उतरे और प्रदेश के डीजीपी द्वारा हाल ही में दिए गए बयान को लेकर पुलिस प्रशासन और सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े किए।
प्रदर्शनकारियों का सीधा आरोप था कि जब खुद पुलिस महानिदेशक मानते हैं कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों को रोकना सिर्फ पुलिस के बस की बात नहीं है, तो फिर आमजन की सुरक्षा किसके भरोसे है?
डीजीपी बयान को लेकर मची हलचल
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि डीजीपी का यह बयान न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह सरकार की कानून व्यवस्था पर असफलता की स्वीकारोक्ति भी है। कार्यकर्ताओं ने तंज कसते हुए कहा—"क्या सच में पुलिस के हाथ बंधे हैं, या सरकार ने ही उन्हें बंधक बना रखा है?"
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से भी किए सवाल
कांग्रेस ने प्रदर्शन के दौरान हाल ही में नियुक्त हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को भी निशाने पर लिया। नेताओं ने पूछा कि जब प्रदेश में अपराध बेलगाम हैं, ऑनलाइन धोखाधड़ी और सट्टेबाज़ी चरम पर है, तो भाजपा किस उपलब्धि पर अपनी पीठ थपथपा रही है?
कांग्रेस की प्रमुख मांगें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह स्पष्ट करें कि डीजीपी का बयान उनकी व्यक्तिगत राय है या सरकार की आधिकारिक नीति।
फर्जी लोन ऐप्स, डिजिटल ठगी और ऑनलाइन सट्टेबाज़ी पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए।
साइबर सेल को संसाधनों से लैस किया जाए और राज्य में सख्त साइबर क़ानून लागू हों।