जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर ने स्वच्छता के मोर्चे पर इस बार बड़ा मुकाम हासिल किया है। देशभर के 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में जबलपुर ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में 5वां स्थान प्राप्त किया है। यह पहला मौका है जब जबलपुर ने टॉप-5 में अपनी जगह बनाई है। इसके साथ ही शहर को "सुपर स्वच्छ लीग" की स्पेशल कैटेगरी में मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया है।
स्वच्छता का उत्सव, लेकिन कुछ कड़वे सच भी
जहां नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी इस उपलब्धि से उत्साहित हैं, वहीं कुछ स्थानीय नागरिकों ने इसे सिर्फ कागज़ी रैंकिंग करार दिया। लोकल 18 की टीम ने जब जबलपुरवासियों से बात की, तो रिएक्शन मिला-जुला रहा।
"रैंकिंग बढ़िया, लेकिन ज़मीनी हालात अलग"
शहर के कई रहवासियों का मानना है कि टॉप-5 की रैंकिंग गौरव का विषय तो है, लेकिन ज़मीनी हकीकत अब भी चिंताजनक है। नालियों की नियमित सफाई नहीं होती, कई कॉलोनियों में गंदगी और जलभराव अब भी आम है।