दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मंदिरों में महिलाओं के ड्रेस कोड को लेकर अंतर्राष्ट्रीय बजरंग दल ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर ‘भारतीय संस्कृति’ के अनुरूप आचरण की अपील की है। संगठन ने जबलपुर के 50 से अधिक मंदिरों के बाहर पोस्टर चस्पा कर यह निर्देश जारी किया है कि दर्शन के लिए आने वाली महिलाओं और युवतियों को पारंपरिक भारतीय परिधान जैसे साड़ी, सलवार-कुर्ता या सूट पहनकर ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी।
ड्रेस कोड के तहत जींस, टॉप, मिनी स्कर्ट, बरमूडा जैसे पश्चिमी परिधानों को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही मंदिर परिसर में प्रवेश के दौरान सिर ढकने को भी अनिवार्य बताया गया है।
बजरंग दल की ओर से लगाए गए पोस्टरों में स्पष्ट रूप से लिखा है "भारतीय संस्कृति और मर्यादा का पालन करें, पारंपरिक वस्त्र पहनें। अन्यथा मंदिर में प्रवेश वर्जित रहेगा।" संगठन का कहना है कि यह कदम भारतीय संस्कृति की गरिमा बनाए रखने और धार्मिक स्थलों की पवित्रता के संरक्षण के उद्देश्य से उठाया गया है।
हालांकि, इस फरमान को लेकर शहर में प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक स्थलों में अनुशासन और परंपरा का पालन मानते हैं, तो वहीं कुछ इसे महिलाओं की व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप के रूप में देख रहे हैं।