दैनिक सांध्य बन्धु (एजेन्सी) गुना/राघौगढ़।एक ओर जहां सर्पमित्रों को वन्यजीवों और इंसानों के बीच संतुलन बनाए रखने की जिम्मेदारी दी जाती है, वहीं मध्यप्रदेश के राघौगढ़ में एक सर्पमित्र की लापरवाही ने उसकी जान ले ली। सर्पमित्र दीपक महावर ने सांप पकड़ने के बाद उसे गले में डाल लिया और इसी हालत में अपने बेटे को स्कूल लेने निकल पड़े। लौटते समय उसी सांप ने उन्हें डस लिया और देर रात उनकी मौत हो गई।
यह घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि एक गंभीर चेतावनी है लापरवाही, दिखावे और जागरूकता की कमी किस तरह जानलेवा साबित हो सकती है।
सांप को गले में डाल स्कूल पहुंचे
जानकारी के अनुसार, दीपक महावर को राघौगढ़ के एक घर में सांप निकलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर उन्होंने सांप को पकड़ा, लेकिन वन विभाग को सुपुर्द करने या किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाने की बजाय, उन्होंने उसे गले में डाल लिया और उसी हालत में अपनी बाइक से बेटे को स्कूल लेने निकल पड़े।
वीडियो में दिखा ‘साहस’ या ‘गंभीर लापरवाही?
रास्ते में किसी राहगीर ने दीपक का वीडियो भी बनाया, जिसमें वे सांप को गले में लपेटकर न सिर्फ खेलते दिखे, बल्कि बता रहे थे कि उन्होंने इसे कहां से पकड़ा। वीडियो में उनका मासूम बेटा भी सांप को छूते और पकड़ने की कोशिश करता नजर आया यह दृश्य जितना हैरान करने वाला है, उतना ही चिंताजनक भी।
सांप ने डंसा, फिर बिगड़ी तबीयत
स्कूल से लौटते वक्त गले में लिपटा सांप अचानक दीपक के हाथ पर झपट पड़ा और डंस लिया। उन्हें तत्काल राघौगढ़ स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल गुना रेफर किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी, लेकिन शाम होते-होते उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
रात करीब 12 बजे परिजन उन्हें दोबारा अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही दीपक की मौत हो गई। उनकी मौत ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है।