MP Weather Alert: मध्यप्रदेश में बारिश का कहर जारी: 16 जुलाई को 18 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी






दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। 
झमाझम बारिश से मध्य प्रदेश तरबतर है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मौसम विभाग ने बुधवार (16 जुलाई) को सतना, रीवा सहित 18 जिलों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है। सूबे में अगले 4 दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

आज इन जिलों में अलर्ट

मौसम विभाग ने बुधवार को रीवा, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, डिंडौरी, मैहर, मंडला, बालाघाट, गुना, श्योपुर शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और शहडोल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

कल इन जिलों में बारिश का अलर्ट

मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, मानसून ट्रफ प्रदेश के ऊपर से गुजर रही है। लो प्रेशर एरिया भी एक्टिव है। इन सिस्टम की वजह से मध्यप्रदेश में तेज बारिश हो रही है। अगले 4 दिन तक प्रदेश में मौसम ऐसा ही रहेगा। मौसम विभाग ने गुरुवार (17 जुलाई) को टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, सागर, दमोह, कटनी, सतना, रीवा और मऊगंज में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

अब तक 464 मिमी बारिश

1 जून से 15 जुलाई तक प्रदेश में 464 मिमी बारिश हो चुकी है। 45 दिन में 270 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 72 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल में 14.5 इंच, इंदौर में 7 इंच, ग्वालियर में 18.5 इंच, जबलपुर में 21.6 इंच और उज्जैन में 8 इंच पानी गिरा है। टीकमगढ़ में 91% (33 इंच), छतरपुर में 75% (28 इंच), शिवपुरी में 82% (25.3 इंच) और मंडला में 75% (35 इंच) बारिश हो चुकी है।

ऐसे हुई थी मानसून की एंट्री

भारत में मानसून (Monsoon) की एंट्री 24 मई को हुई। मानसून ने सबसे पहले केरल पहुंचा। फिर कर्नाटक में दस्तक दी। तमिलनाडु, गोवा, महाराष्ट्र मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड, आंध्र प्रदेश होते हुए 16 जून को मानसून एमपी आया। 20 जून तक मानसून ने सभी जिलों को करव कर लिया। अब पूरे सू में झमाझम बारिश हो रही है।




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