दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। दुनियाभर में कई बड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है इसमें कैंसर और डायबिटीज के बाद मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां मलेरिया और डेंगू के मामले लगातार मिलते है। बारिश के मौसम में मच्छरों के पनपने की संख्या ज्यादा हो जाती है। इन बीमारियों के डर के बीच ही हाल ही में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (RMRCBB) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च (NIMR) के साथ मिलकर जैव प्रौद्योगिकी विभाग के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी (DBT-NII) के सहयोग से नई मलेरिया वैक्सीन AdFalciVax बनाई है जो बीमारी के खतरे को कम करती है। वहीं पर मलेरिया जैसी बीमारी से बचाती है।
दो स्टेज पर वार करती है वैक्सीन
आपको बताते चलें, अन्य वैक्सीन के अलावा यह मलेरिया की नई वैक्सीन दो चरणों पर काम करती है।इससे न सिर्फ इंसान को मलेरिया होने का खतरा कम होता है, बल्कि मच्छरों के जरिए बीमारी का फैलाव भी रुकता है। इसके अलावा यह वैक्सीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की परजीवी की कोशिश को भी कम करता है और लंबे समय तक सुरक्षा देता है। इस वैक्सीन को लेकर जानकारी में है कि, AdFalciVax अभी शुरुआती डेवलपमेंट स्टेज में है जो लोगों तक पहुंचने में समय लेगी। इसके कई ट्रायल के बाद यह वैक्सीन करीबन 7 साल बाद लोगों तक पहुंच पाएगी। इसमें मानव टेस्टिंग, बड़े पैमाने पर ट्रायल करने के बाद मिले अंतिम अप्रूवल के बाद ही मार्केट में आएगी।
जानिए कैसी है AdFalciVax वैक्सीन
मलेरिया की हाल ही में बनकर तैयार हुई वैक्सीन का नाम AdFalciVax वैक्सीन है जो मलेरिया के हर स्टेज से लड़ने में मदद करती है। यह वैक्सीन मलेरिया के परजीवी के दो अहम स्टेज पर हमला करता है। पहली स्टेज में जब परजीवी इंसान के शरीर में इंफेक्शन फैलाता है और दूसरी स्टेज जब मच्छरों के जरिए ये बीमारी एक इंसान से दूसरे तक पहुंचती है। यह वैक्सीन बीमारी से बचाने के साथ ही बीमारी को पूरे इलाके में फैलने से बचाता है। इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने से पहले ट्रायल हो चुका है। इसके अनुसार,जानवरों पर किए गए शुरुआती टेस्ट में ये वैक्सीन असरदार साबित हुई है।
इसके अलावा इस वैक्सीन को अब तक मार्केट में मलेरिया के लिए मौजूद वैक्सीन्स जैसे RTS, S/AS01 और R21/Matrix-M से बेहतर माना गया है। बताया जा रहा है कि, इस वैक्सीन को बनाने में ‘लैक्टोकोकस लैक्टिस’ नाम के सेफ बैक्टीरिया का इस्तेमाल किया गया, जो वैक्सीन डेवलपमेंट में पहले से जाना जाता है. इसमें दो अलग-अलग चरणों के खिलाफ असरदार तत्वों को मिलाकर मजबूत वैक्सीन बनाई गई है। यह 9 महीने तक खराब नहीं होती है।
मलेरिया की हाल ही में बनकर तैयार हुई वैक्सीन का नाम AdFalciVax वैक्सीन है जो मलेरिया के हर स्टेज से लड़ने में मदद करती है। यह वैक्सीन मलेरिया के परजीवी के दो अहम स्टेज पर हमला करता है। पहली स्टेज में जब परजीवी इंसान के शरीर में इंफेक्शन फैलाता है और दूसरी स्टेज जब मच्छरों के जरिए ये बीमारी एक इंसान से दूसरे तक पहुंचती है। यह वैक्सीन बीमारी से बचाने के साथ ही बीमारी को पूरे इलाके में फैलने से बचाता है। इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने से पहले ट्रायल हो चुका है। इसके अनुसार,जानवरों पर किए गए शुरुआती टेस्ट में ये वैक्सीन असरदार साबित हुई है।
इसके अलावा इस वैक्सीन को अब तक मार्केट में मलेरिया के लिए मौजूद वैक्सीन्स जैसे RTS, S/AS01 और R21/Matrix-M से बेहतर माना गया है। बताया जा रहा है कि, इस वैक्सीन को बनाने में ‘लैक्टोकोकस लैक्टिस’ नाम के सेफ बैक्टीरिया का इस्तेमाल किया गया, जो वैक्सीन डेवलपमेंट में पहले से जाना जाता है. इसमें दो अलग-अलग चरणों के खिलाफ असरदार तत्वों को मिलाकर मजबूत वैक्सीन बनाई गई है। यह 9 महीने तक खराब नहीं होती है।
दो स्टेज पर वार करती है वैक्सीन
आपको बताते चलें, अन्य वैक्सीन के अलावा यह मलेरिया की नई वैक्सीन दो चरणों पर काम करती है।इससे न सिर्फ इंसान को मलेरिया होने का खतरा कम होता है, बल्कि मच्छरों के जरिए बीमारी का फैलाव भी रुकता है। इसके अलावा यह वैक्सीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की परजीवी की कोशिश को भी कम करता है और लंबे समय तक सुरक्षा देता है। इस वैक्सीन को लेकर जानकारी में है कि, AdFalciVax अभी शुरुआती डेवलपमेंट स्टेज में है जो लोगों तक पहुंचने में समय लेगी। इसके कई ट्रायल के बाद यह वैक्सीन करीबन 7 साल बाद लोगों तक पहुंच पाएगी। इसमें मानव टेस्टिंग, बड़े पैमाने पर ट्रायल करने के बाद मिले अंतिम अप्रूवल के बाद ही मार्केट में आएगी।