एमपी में फिर बरसेगा मानसून: जबलपुर समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट



मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से सुस्त पड़े मानसून के तेवर एक बार फिर तेज होने जा रहे हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि प्रदेशभर में नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन सक्रिय हो गई है, जिससे आने वाले दिनों में झमाझम बारिश की वापसी तय मानी जा रही है।

विशेषकर मंगलवार को जबलपुर समेत 12 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है, जहां अगले 24 घंटों के भीतर करीब 4 से 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है।
इन 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को जिन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, वे हैं – जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास और सीहोर। इन इलाकों में 24 घंटे में 100 मिमी से अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है।
24 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होगा लो प्रेशर एरिया

मौसम विभाग ने बताया कि 24 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश में बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है। इसके साथ ही मानसून ट्रफ लाइन की सक्रियता और ऊपरी हवा का चक्रवात भी भारी वर्षा को समर्थन देगा।
बीते 24 घंटे में कहां-कितनी बारिश

सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।

इंदौर और सिवनी में 19 मिमी बारिश (करीब पौन इंच) हुई।


बालाघाट, मलाजखंड, खजुराहो, उमरिया और मंडला में आधा इंच से कम वर्षा दर्ज की गई।
इस बार मानसून ने तोड़ा औसत का रिकॉर्ड

प्रदेश में अब तक 20.7 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 13.2 इंच थी। यानी, अब तक 7.5 इंच अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

टीकमगढ़, निवाड़ी और श्योपुर में सामान्य से 15% अधिक बारिश हो चुकी है।


वहीं, ग्वालियर सहित 5 जिलों में 80 से 95% तक वर्षा हो चुकी है।


इंदौर और उज्जैन संभाग सबसे पीछे चल रहे हैं, जहां अब तक केवल 10 इंच से भी कम बारिश हुई है।


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