दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मानेगांव लाला लाजपत राय वार्ड में तालाब की मेंड़ और सड़क निर्माण को लेकर भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कांग्रेस जनों ने मुखर्जी चौक पर क्षेत्रीय नागरिकों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव सुधीर सोनू दुबे ने की।
दुबे ने आरोप लगाया कि मानेगांव तालाब के एक किनारे की मेंड़ लगभग 60% हिस्से में टूटकर धराशायी हो चुकी है। घाट की सीढ़ियों के सहारे ही तालाब की मिट्टी बची है, वहीं इस तालाब पर लगा 33 हजार केवी का बिजली खंभा, जो खमरिया फैक्ट्री को सप्लाई करता है, उसकी हालत भी जर्जर है। खंभे के नीचे की मिट्टी बह चुकी है जिससे खंभा गिरने का खतरा बढ़ गया है।
8 माह से पक्का निर्माण अधूरा, कॉलोनियों को खतरा
छठ पूजा के दौरान सोनू दुबे द्वारा नगर निगम कमिश्नर को शिकायत देने के बाद विधायक अशोक रोहानी ने निरीक्षण कर अस्थायी व्यवस्था करवाई थी। उस समय गिट्टियों से भरी बोरियां मेंड़ के किनारे रखी गईं थीं और आश्वासन दिया गया था कि छठ पूजा के बाद पक्के निर्माण का कार्य कराया जाएगा। लेकिन 8 महीने बीतने के बाद भी स्थायी निर्माण नहीं कराया गया, जिससे आज तालाब की मेंड़ के हालात और भी खराब हो गए हैं।
दुबे ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो विकास नगर, नानक नगर और साईंधाम कॉलोनी जैसे आसपास के इलाकों में भारी बारिश के दौरान घरों में पानी भर सकता है, जिससे भारी जन-धन की हानि की आशंका है।
15 दिन की बारिश में 30 लाख की सड़क ध्वस्त
पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जगतमणि चतुर्वेदी और कांग्रेस नेता रामदास यादव ने आरोप लगाया कि शासकीय स्कूल मुखर्जी चौक से चंपानगर और केसरी नगर होते हुए दीवान बाड़ा तक बनाई गई 30 लाख की लागत वाली डामर रोड महज 15 दिन की बारिश में उखड़ गई। सड़क पर अब सिर्फ गिट्टियाँ बची हैं और एक-एक फीट के गड्ढे बन गए हैं। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “बेशर्म का पौधा” लगाकर प्रशासन को आइना दिखाया।
नेता नेम सिंह ने सीधे विधायक अशोक रोहानी पर ठेकेदार के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया जा रहा है।
प्रदर्शन में शामिल रहे ये नेता
धरने में शामिल प्रमुख लोगों में जैनब सैयद, मोनिका सिंह, अंजू सुरी, अनुपमा विश्वकर्मा, अशोक बर्मन, चंदू जैन, के के मिश्रा, सुभाष पटेल, राजेंद्र बाल्मिक, हरेंद्र सिंह, ईश्वरी पटेल, रवि राय, मनजीत आहूजा, दीपक बारस्कर, मनीष बेन, नीरज दुबे, विनोद राठौर, राकेश चक्रवर्ती, राजकुमार सोनी, राजेश श्रीवास, जगदीश दहिया, राज चौधरी, महेश मिश्रा, संजीव पटेल, सुनील सराठे, अखिल तिवारी, एस सी धार, ए के सरकार, विनोद सिंह, चंचल बनर्जी, चैन सिंह, राकेश रास्ते, धीरज शुक्ला, कप्तान सिंह, सुरेश यादव, वेद खरें और नरेंद्र कुमार दीक्षित मौजूद रहे।