
दैनिक सांध्य बन्धु (एजेंसी) शिवपुरी | मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में नदियां उफान पर हैं वहीं कई जगह बाढ़ के हालात हैं. इसी के चलते सिंध नदी में उफान ने शिवपुरी जिले के कई क्षेत्रों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. शिवपुरी में भी सिंध नदी में उफान के चलते 27 बच्चे अपने घर नहीं पहुंच सके. 30 घंटे तक बच्चे गांव के सरपंच के यहां रुके रहे. इसके बाद आर्मी की मदद से बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया.
मंगलवार को शिवपुरी के बदरवास के राइजिंग सोल्स स्कूल के 27 बच्चे स्कूल से छुट्टी के बाद बस से अपने घर लौट रहे थे, लेकिन सिंध नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने के कारण ये बच्चे रास्ते में पड़ने वाले पचावली गांव में फंस गए. इसके आगे बस नहीं जा सकी. नदी का जलस्तर कम नहीं होने पर आर्मी पहुंची और फिर सभी बच्चों को बोट से सिंध नदी पार कराई गई.
सिंध नदी में पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा था ऐसी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को सेना की मदद ली गई. रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी की टीम ने बोट की सहायता से सभी बच्चों को सकुशल दूसरे छोर पर पहुंचाया. करीब 30 घंटे तक बच्चे नदी में बाढ़ के चलते गांव में ही फंसे रहे. आर्मी, प्रशासन और स्थानीय सहयोग से बच्चों को घर पहुंचाया गया
बदरवास के राइजिंग सोल्स स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे कुंडयाई, बिजरौनी सहित आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं. सिंध नदी के पुल पर तेज बहाव होने के चलते बस को आगे नहीं ले जाया जा सका. इस स्थिति में पचावली गांव के सरपंच ने मानवीयता दिखाते हुए सभी बच्चों को अपने घर पर रातभर के लिए रुकवाया और उनके खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की
सिंध नदी में पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा था ऐसी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को सेना की मदद ली गई. रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी की टीम ने बोट की सहायता से सभी बच्चों को सकुशल दूसरे छोर पर पहुंचाया. करीब 30 घंटे तक बच्चे नदी में बाढ़ के चलते गांव में ही फंसे रहे. आर्मी, प्रशासन और स्थानीय सहयोग से बच्चों को घर पहुंचाया गया
बदरवास के राइजिंग सोल्स स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे कुंडयाई, बिजरौनी सहित आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं. सिंध नदी के पुल पर तेज बहाव होने के चलते बस को आगे नहीं ले जाया जा सका. इस स्थिति में पचावली गांव के सरपंच ने मानवीयता दिखाते हुए सभी बच्चों को अपने घर पर रातभर के लिए रुकवाया और उनके खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की