MP News: लव जिहाद फंडिंग केस में कश्मीर से कांग्रेस पार्षद गिरफ्तार

दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। लव जिहाद के लिए आर्थिक मदद देने के आरोप में फरार चल रहे कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को पुलिस ने जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया है। अनवर पर आरोप है कि वह मुस्लिम युवकों को हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने के लिए एक लाख रुपए और निकाह के बाद दो लाख रुपए की फंडिंग देता था। इससे पहले पुलिस ने उसकी बेटी आयशा को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। आयशा सुप्रीम कोर्ट में पिता की अग्रिम जमानत के लिए दस्तावेज तैयार कर रही थी, जिन पर अनवर ने हस्ताक्षर किए थे। इससे पुलिस को अनवर की लोकेशन का अंदाजा हुआ।

इंदौर पुलिस ने साहिल शेख और अल्ताफ नाम के दो आरोपियों के खिलाफ युवतियों के साथ दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान सामने आए वीडियो में दोनों आरोपियों ने अनवर कादरी का नाम लिया था और बताया कि अनवर फंडिंग करता है। आरोपियों के अनुसार, सोशल मीडिया पर 'अर्जुन' और 'राज' जैसे हिंदू नामों से फर्जी आईडी बनाकर युवतियों को फंसाया जाता था और फिर शादी व धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता था।

जांच में यह भी सामने आया है कि अनवर का जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गलत तरीके से बना एक आर्म्स लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। उसके तीन बैंक खाते और एक फिशरिस फर्म की जानकारी भी सामने आई है। पुलिस को शक है कि यह पूरा एक संगठित गिरोह है जो धर्मांतरण और लव जिहाद के लिए फंडिंग कर रहा है।

अनवर कादरी का आपराधिक इतिहास भी खासा विवादास्पद रहा है। उस पर 1996 में उज्जैन में डकैती का केस दर्ज हुआ था, तभी से उसे ‘अनवर डकैत’ के नाम से जाना जाता है। 2011 में जानलेवा हमले के एक मामले में उसे एक साल की सजा भी हो चुकी है। इसके अलावा वह पत्रकार के घर में घुसकर मारपीट करने, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने, फर्जी वोटिंग कराने, और अधिकारियों को धमकाने जैसे कई मामलों में आरोपित रह चुका है।

अनवर तीन बार कांग्रेस से पार्षद रह चुका है और एक बार निर्दलीय भी चुनाव लड़ चुका है। उसकी पत्नी भी दो बार पार्षद रह चुकी है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है और आने वाले समय में और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।

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