दैनिक सांध्य बन्धु पनागर (जबलपुर)। शहर के पनागर क्षेत्र की एक आंगनबाड़ी में दो नाबालिग किशोरियों के गर्भवती पाए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह संवेदनशील मामला 19 जुलाई को सामने आया, लेकिन आंगनबाड़ी कर्मियों ने 6 दिन बाद, यानी 25 जुलाई को पुलिस को सूचना दी। इस देरी ने न केवल स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
पंजीयन के दौरान हुआ खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार, 19 जुलाई को आंगनबाड़ी केंद्र में नियमित स्वास्थ्य पंजीयन के दौरान दो युवक दो नाबालिग लड़कियों को लेकर पहुंचे थे। जांच के दौरान दोनों किशोरियाँ गर्भवती पाई गईं। केंद्र की कार्यकर्ताओं को स्थिति की गंभीरता का अंदाज़ा होने के बावजूद उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना नहीं दी।
6 दिन बाद दी सूचना, पुलिस को मौके पर कोई नहीं मिला
पनागर पुलिस ने बताया कि उन्हें शुक्रवार, 25 जुलाई को दोपहर 3 बजे आंगनबाड़ी से सूचना प्राप्त हुई। सूचना में कहा गया कि पंजीयन के दिन दो युवक दो नाबालिगों को लेकर आए थे, और दोनों गर्भवती पाई गई थीं। जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो मौके पर कोई भी संबंधित व्यक्ति नहीं मिला।
प्रशासनिक चुप्पी, जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं
इस पूरे मामले में सबसे गंभीर सवाल यह है कि नाबालिगों के साथ इतनी बड़ी घटना सामने आने के बावजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग और स्थानीय प्रशासन ने सूचना देने में 6 दिन की देरी क्यों की? इस बीच न तो किशोरियों की काउंसलिंग कराई गई, न ही उनकी सुरक्षा या मेडिकल परीक्षण की पुष्टि हुई।