दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर के चर्चित देह व्यापार मामले में फरार चल रहे दस हजार के इनामी आरोपी शीतल उर्फ मथुरा प्रसाद दुबे ने आखिरकार कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस को चकमा देकर वह नेपाल में छिपा हुआ था, लेकिन गिरफ्तारी की आशंका के चलते बुधवार को उसने आत्मसमर्पण किया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
असम की युवती ने किया था बड़ा खुलासा
पूरा मामला 2 जून 2025 को तब सामने आया, जब असम की एक युवती ने गढ़ा थाना पुलिस को शिकायत देकर बताया कि जबलपुर के अतिथि होटल में देह व्यापार चलाया जा रहा है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि होटल में न सिर्फ स्थानीय, बल्कि असम, कोलकाता, सिक्किम और रायपुर से भी लड़कियां लाई जाती थीं।
भाजपा नेता भी था शामिल
जांच में सामने आया कि होटल का संचालन भाजपा नेता अतुल चौरासिया कर रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया था, जबकि शीतल दुबे फरार हो गया था। शीतल होटल में बाहर से लड़कियां बुलवाकर अतुल के साथ मिलकर जबरन देह व्यापार करवाता था।
धमकाकर करवाते थे देह व्यापार
असम की पीड़िता ने बताया कि उसे नौकरी का झांसा देकर होटल में रखा गया, जहां उसे पुरुषों के पास जबरन भेजा जाता था। हर ग्राहक से 2 से 5 हजार रुपये तक वसूले जाते थे, लेकिन पीड़िता को बहुत कम पैसा मिलता। पैसे मांगने पर उसे धमकाया जाता और चुप रहने के लिए मजबूर किया जाता।
नेपाल भाग गया था शीतल
अतुल चौरासिया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को शीतल की तलाश थी। जानकारी मिली कि वह डिंडौरी, कृषि मंडी होते हुए बिहार के रास्ते नेपाल भाग गया था। एसपी संपत उपाध्याय ने उस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस के दबाव के चलते अंततः शीतल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
बंधक बनाकर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2023 में जब वह असम से जबलपुर आई थी, तब एक पार्लर में काम के दौरान उसकी मुलाकात शीतल से हुई। शीतल ने उसे भाजपा नेता अतुल चौरासिया से मिलवाया और होटल में नौकरी दिलाई। बाद में उसे बंधक बनाकर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया।
दुष्कर्म का भी आरोप
पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नवंबर 2024 में भाजपा नेता अतुल चौरासिया ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया। फिलहाल मामले में पुलिस की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
