दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। देश की रक्षा तैयारियों से जुड़ी अहम व्हीकल फैक्ट्री में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर चूक सामने आई है। फैक्ट्री में पिछले साल चुनाव के दौरान अस्थाई रूप से नियुक्त कुछ प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा गोपनीय दस्तावेज चुराने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान दी गई थी एंट्री
मिली जानकारी के अनुसार, व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान क्लर्क के रूप में कुछ प्राइवेट कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। सुरक्षा में छूट का फायदा उठाकर इन कर्मचारियों ने बिना किसी वरिष्ठ अधिकारी की अनुमति के फैक्ट्री से चुनाव संबंधित गोपनीय दस्तावेज चोरी किए और बाहर ले गए।
छह महीने की जांच के बाद खुला राज
फैक्ट्री प्रबंधन को जब दस्तावेजों की गुमशुदगी का संदेह हुआ, तब फरवरी 2025 से आंतरिक जांच शुरू की गई। करीब छह महीने तक चली जांच के बाद, जिन चार कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं वे हैं –
प्रीति यादव
सरस्वती कोल
सागर पटेल
सज्जन कुमार
इन सभी ने मिलकर बेहद सुनियोजित तरीके से इस चोरी को अंजाम दिया।
रांझी थाने में मामला दर्ज, आरोपी फरार
जांच पूरी होने के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने मामले की रिपोर्ट तैयार कर रांझी थाने को सौंपी, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 306 और 3(5) के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
सुरक्षा तंत्र पर सवाल, कर्मचारियों में रोष
गौरतलब है कि व्हीकल फैक्ट्री जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में गोपनीय दस्तावेजों की चोरी ने सुरक्षा तंत्र की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। फैक्ट्री के कर्मचारियों का कहना है कि बिना सख्त वेरिफिकेशन के बाहरी लोगों को प्रवेश देना, भविष्य में और भी गंभीर खतरे पैदा कर सकता है।