दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में मत्स्य विभाग ने प्रतिबंधित थाईलैंड मांगुर मछली पर कार्रवाई की है। विभाग ने पश्चिम बंगाल से लाई गई लगभग 8 हजार मांगुर मछली के बच्चों को जब्त कर नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई सहायक संचालक राजा राजतिलक धुर्वे के नेतृत्व में की गई।
थाईलैंड मांगुर मछली एक आक्रामक और मांसाहारी प्रजाति है, जो स्थानीय मछलियों और जलीय जीवों को खा जाती है। इसकी वजह से जलीय जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर खतरा मंडराता है। यही कारण है कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने इसके पालन, बिक्री और संवर्धन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है।
अधिकारियों ने बताया कि इन मछलियों को तालाबों में छोड़े जाने से पहले ही पकड़ लिया गया। बाद में गोकलपुर स्थित शासकीय परिक्षेत्र में गड्ढा खोदकर इन्हें नष्ट किया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मछली किसी भी तरह के पानी—यहां तक कि गंदे और प्रदूषित पानी—में भी आसानी से जीवित रहकर तेजी से बढ़ती है। कम लागत और कम समय में अधिक उत्पादन होने की वजह से इसकी तस्करी और अवैध पालन का कारोबार तेजी से फैल रहा है।
मत्स्य विभाग का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि प्रतिबंधित विदेशी प्रजातियां हमारे जल स्रोतों में प्रवेश न कर पाएं और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित रह सके।
