दैनिक सांध्य बन्धु पटना (एजेंसी)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला अंतिम चरण में पहुंच गया है। कांग्रेस ने चुनाव से पहले बड़ा दांव खेलते हुए 24 सितंबर को पटना में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक बुलाने का फैसला किया है। कांग्रेस का उद्देश्य साफ है—बिहार चुनाव में अपनी गंभीरता दिखाना और महागठबंधन के भीतर अपनी स्थिति को मजबूत करना।
कांग्रेस का महाजुटान
पटना में होने वाली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि इस बैठक में सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर लग सकती है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को करीब 60 सीटें मिल सकती हैं। पिछले चुनाव (2020) में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन महज 19 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी।
प्रियंका गांधी की सक्रिय भूमिका
कांग्रेस इस बार प्रियंका गांधी को बिहार चुनाव का बड़ा चेहरा बनाने की तैयारी में है। 25 सितंबर को कांग्रेस नेता घर-घर जाकर घोषणापत्र बांटेंगे, जबकि 26 सितंबर को प्रियंका गांधी पटना और खगड़िया में महिला संवाद कार्यक्रम करेंगी। कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने महिलाओं को ढाई हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया है, जिसे प्रियंका गांधी के जरिए और मजबूत करने की रणनीति बनाई जा रही है।
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तेलंगाना मॉडल पर बिहार रणनीति
कांग्रेस की यह बैठक तेलंगाना की तर्ज पर देखी जा रही है। 2023 में तेलंगाना चुनाव से पहले कांग्रेस ने हैदराबाद में CWC की बैठक कर शक्ति प्रदर्शन किया था, जिससे पार्टी को सत्ता में वापसी मिली थी। यही मॉडल अब बिहार में अपनाने की कोशिश हो रही है।
महागठबंधन में सहमति
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने संकेत दिए कि आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों पर सहमति बन चुकी है। हालांकि, सीटों की सटीक संख्या अभी घोषित नहीं की गई है। सितंबर के अंत तक इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा होने की संभावना है।
कांग्रेस इस बार मोदी-नीतीश की जोड़ी को कड़ी टक्कर देने के मूड में है। राहुल गांधी की "वोटर अधिकार यात्रा" के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है और पटना की बैठक से कांग्रेस महागठबंधन को एकजुट संदेश देना चाहती है।
