दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में ट्रैफिक पुलिस की सख्ती और लगातार चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के बावजूद काली फिल्म लगी चारपहिया वाहन खुलेआम सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे हैं।
बिलहरी मार्ग पर काली फिल्म लगी कार की रफ्तार से सहमे लोग
बीते दिनों बिलहरी से गोराबाजार की ओर जा रही एक काले रंग की कार में चारों तरफ काली फिल्म लगी देखी गई। खास बात यह रही कि कार चालक अत्यधिक तेज गति से वाहन दौड़ा रहा था। सड़क की स्थिति खराब होने के बावजूद वाहन की रफ्तार कम नहीं की गई, जिससे आसपास से गुजर रहे लोगों के मन में डर बैठ गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि काली फिल्म होने से कार के अंदर बैठे लोगों की गतिविधियां स्पष्ट नहीं दिख रही थीं, जिससे सुरक्षा को लेकर भी संदेह की स्थिति बनी रही। परेशान होकर लोगों ने अपने मोबाइल से इस कार की तस्वीर खींची और उसे प्रकाशन के लिए भेज दिया।
देर रात मार्केट में घंटों खड़ी रही संदिग्ध कार
इसी तरह यादव कॉलोनी गढ़ा रोड पर भी सफेद रंग की एक कार (क्रमांक एमपी-20-06-4234) लोगों को तेज रफ्तार से दौड़ती नजर आई। इसके बाद वही कार सड़क किनारे स्थित एक मार्केट के सामने आकर खड़ी हो गई। हैरानी की बात यह रही कि चालक कार को खड़ा कर कहीं चला गया और वाहन देर रात तक उसी जगह खड़ा रहा।
क्षेत्रीय लोगों ने इस संदिग्ध कार की सूचना पुलिस को दी। हालांकि, काफी समय तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। नाराज लोगों ने कार की तस्वीरें अपने मोबाइल से खींचीं और ट्रैफिक पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सुरक्षा और नियमों को लेकर उठ रहे सवाल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि काली फिल्म लगे वाहनों पर रोक लगाने की पुलिस की सख्ती सिर्फ कागजों तक सीमित है। आए दिन ऐसे वाहन सड़क पर दौड़ते हुए नजर आते हैं, जो न सिर्फ ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं बल्कि असामाजिक गतिविधियों का भी कारण बन सकते हैं।
लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार और काली फिल्म लगे वाहनों से दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ती है। इसके बावजूद पुलिस की निष्क्रियता लोगों के बीच असंतोष पैदा कर रही है।
नागरिकों की मांग: कड़ी कार्रवाई हो
लोगों ने जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस से मांग की है कि काली फिल्म लगे वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर तत्काल कार्रवाई की जाए। साथ ही, रात में संदिग्ध स्थानों पर खड़े वाहनों की निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि शहर की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो सके।

