Jabalpur News: सीबीआई का जबलपुर में डेरा, आयुध निर्माणी के डीजीएम दीपक लांबा पर भ्रष्टाचार का आरोप, की पूछताछ

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। आयुध निर्माणी जबलपुर (OFJ), जिसे पूर्व में जीआईएफ के नाम से जाना जाता था, में पदस्थ डीजीएम दीपक लांबा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। सीबीआई ने मंगलवार शाम उनके निवास पर पहुंचकर लंबी पूछताछ की। मामला नागपुर स्थित आयुध निर्माणी में पदस्थ रहने के दौरान पद का दुरुपयोग कर परिजनों की कंपनी को लाभ पहुंचाने से जुड़ा बताया जा रहा है।

सीबीआई ने पहले ही लांबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रखी है। आरोप है कि लांबा ने अपने चचेरे भाई मोहित ठोलिया के नाम पर ऑटोमेशन इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रियल सर्विसेज नामक फर्म बनाई और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी टेंडर दिलाए। इसके चलते सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा।

शिकायत यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल), नागपुर के उप मुख्य सतर्कता अधिकारी डी.के.टी. गुप्ता ने दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि लांबा और उनके परिजनों — भाई, पत्नी, बहन और मां — के बीच फर्म के बैंक खातों से संदिग्ध वित्तीय लेन-देन हुए। इसी आधार पर सीबीआई ने लांबा और उनके रिश्तेदारों के घर व कार्यालय समेत चार स्थानों पर छापेमारी की।

तलाशी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं। सीबीआई को शक है कि इस पूरे घोटाले में आयुध निर्माणी के अन्य अधिकारी और बाहरी लोग भी शामिल हो सकते हैं।

आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 (बी), 420, 468, 471 तथा भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 61 (2), 318 (4), 336 (3), 340 (2) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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