दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। प्रदेश में आपातकालीन सेवा डायल-112 को लॉन्च हुए अभी चंद दिन ही हुए हैं, लेकिन इसकी गाड़ियां तकनीकी खामियों के कारण परेशानी खड़ी करने लगी हैं। जबलपुर जिले के ओमती थाने को मिले दो एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल) महज पांच दिन में ही खराब हो गए। स्थिति यह रही कि पुलिसकर्मियों को धक्का लगाकर गाड़ी स्टार्ट करने की कोशिश करनी पड़ी, लेकिन असफल रहने पर अंततः टोचन वाहन बुलाकर उन्हें वर्कशॉप भेजना पड़ा।
हाईटेक सिस्टम कर रहे बैटरी डाउन
जानकारी के अनुसार एफआरवी वाहनों में लगे हाईटेक सिस्टम गाड़ी की बैटरी से सही तरह से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। थोड़ी देर चलने के बाद ये उपकरण बैटरी को डाउन कर देते हैं। नतीजतन गाड़ी अचानक बंद हो जाती है और स्टार्ट होने से मना कर देती है। यही वजह रही कि ओमती थाने को मिली दोनों गाड़ियां फिलहाल मरम्मत के लिए वर्कशॉप में हैं।
मुख्यमंत्री ने किया था शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 अगस्त को भोपाल में डायल-112 का लोकार्पण किया था। इसे डायल-100 के स्थान पर शुरू किया गया है। नई सेवा के तहत जबलपुर को 47 एफआरवी वाहन मिले हैं। 4 सितंबर को जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर थानों को सौंपा था। लेकिन शुरूआती सप्ताह में ही इनमें खराबी सामने आना पुलिस और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है।
भरोसेमंद नहीं दिख रहे वाहन
पुलिस अधिकारी खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन दबी जुबान में यह स्वीकार किया जा रहा है कि वर्तमान हालात में इन वाहनों पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता। क्योंकि यह कहना मुश्किल है कि बैटरी कब वीक हो जाएगी और गाड़ी अचानक बंद पड़ जाएगी। ऐसे में आपात स्थिति में इन वाहनों पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है।
अधिकारियों ने माना तकनीकी खामी
ओमती सीएसपी सोनू कुर्मी ने भी स्वीकार किया कि डायल-112 वाहनों में बैटरी से जुड़ी समस्या आ रही है। उन्होंने कहा, “गाड़ी बार-बार बंद हो रही है। इस समस्या से संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।”