Jabalpur News: वाहन चैकिंग के नाम पर पुलिसिया बदसलूकी, पूर्व महापौर भी हुए शिकार

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने और सुरक्षा के नाम पर की जा रही वाहन चैकिंग अब सवालों के घेरे में आ गई है। बलदेवबाग चौक पर बीते दिन घटी घटना ने इस पर गंभीर बहस छेड़ दी है। मामला छोटा नहीं, बल्कि शहर के पूर्व महापौर, पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात साहू से जुड़ा है।

पूर्व महापौर के साथ हुई झूमाझटकी

बताया जा रहा है कि प्रभात साहू अपने टू-व्हीलर वाहन से जा रहे थे। बलदेवबाग चौक पर वाहन चैकिंग के दौरान उन्हें रोका गया और साइड में वाहन लगाने को कहा गया। जब वह वाहन साइड में लगा ही रहे थे, तभी मौके पर तैनात पुलिसकर्मी कृष्णपाल ने उनसे न सिर्फ अभद्र व्यवहार किया बल्कि झूमाझटकी तक कर डाली। इस वाकये ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जब शहर के जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम नागरिकों की स्थिति कैसी होगी।

मौके पर पहुंचे सांसद और विधायक

मामले जानकारी लगते ही सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे, भाजपा महानगर अध्यक्ष रत्लेश सोनकर, पूर्व मंत्री शरद जैन पूर्व मंडी अध्यक्ष प्रदीप यादव, सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता मौके पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना तिवारी, सीएसपी रितेश कुमार शिव और ट्रैफिक डीएसपी संतोष कुमार शुक्ला ने भाजपा नेताओं को आश्वासन दिया जिसके बाद मामला शांत हुआ।

पुलिसकर्मी निलंबित

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने तत्काल प्रभाव से पुलिसकर्मी कृष्ण कुमार पाल को निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

चैकिंग की आड़ में गलत व्यवहार

एक वाहन चालक विजय सिंह का कहना है कि वाहन चैकिंग के दौरान कई बार महिलाओं तक से गलत व्यवहार किया जाता है। कई पुलिसकर्मी इस चैकिंग को पर्सनल कमाई का जरिया बना लेते हैं। शहर में कुछ स्थान पुलिस के पसंदीदा चेकिंग प्वाइंट्स माने जाते हैं, जहां अक्सर कार्रवाई की आड़ में चालकों को परेशान किया जाता है। चैकिंग के दौरान पुलिसकर्मी अक्सर मारपीट और बदसलूकी पर उतर आते हैं। कई घटनाओं में चालकों को पीछे से धक्का देकर गिरा देना यो जोर जबरजस्ती से वाहनों को रुकवाना और वाहन की चाबी निकालना शामिल है।

बलदेव बाग चौक पर पुलिस चैकिंग से बढ़ रहा ट्रैफिक जाम

शहर के व्यस्ततम चौराहों में गिने जाने वाले बलदेव बाग चौक पर पुलिस की नियमित वाहन चेकिंग लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है। ट्रैफिक चेकिंग के दौरान वाहन रोकने और जांच पड़ताल की वजह से लंबा जाम लग जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऑफिस समय और स्कूल-कॉलेज की छुट्टी के वक्त यह जाम और भी विकराल रूप ले लेता है। कई बार एंबुलेंस और मरीजों को लेकर जा रहे वाहन भी जाम में फंस जाते हैं, जिससे समय पर अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो जाता है। नागरिकों ने मांग की है कि चेकिंग अभियान यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए किसी वैकल्पिक स्थान पर चलाया जाए, ताकि आम लोगों को असुविधा न हो और आपातकालीन सेवाएं प्रभावित न हों। पुलिस प्रशासन का कहना है कि लोगों की सुरक्षा के लिए चेकिंग जरूरी है, लेकिन ट्रैफिक प्रभावित न हो, इसके लिए बेहतर व्यवस्था बनाने पर विचार किया जा रहा है।

पुलिस चैकिंग से बचने के चक्कर में वाहन चालकों की जान पर बन रही आफत

सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रही है, लेकिन कई वाहन चालक जुर्माना और कार्रवाई से बचने के लिए तेज रफ्तार में भागने लगते हैं। यही लापरवाही हादसों का कारण बन रही है। हाल ही में कई मामलों में देखा गया है कि बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट या कागजात पूरे न होने पर रोकने की कोशिश में वाहन चालक नियंत्रण खो बैठते हैं और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।

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