दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। इंदौर में लव जिहाद फंडिंग केस में घिरे कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी का पार्षद पद अब जाने वाला है। सोमवार को हुई भाजपा पार्षद दल की बैठक में उनकी पार्षदी समाप्त करने का प्रस्ताव दो-तिहाई बहुमत से पास हो गया।
बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा सहित सभी पार्षद मौजूद थे। यह फैसला अब आगामी नगर निगम सम्मेलन में रखा जाएगा, जहां कादरी की सदस्यता समाप्त करने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने बताया कि यह निर्णय महिलाओं के सम्मान से जुड़ा है। लव जिहाद जैसी गतिविधियों में फंडिंग करने वाले व्यक्ति को नगर निगम परिषद में कोई जगह नहीं दी जा सकती।
महापौर ने पहले ही संभागायुक्त को लिखा था पत्र
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने 20 जून को संभागायुक्त दीपक सिंह को पत्र लिखकर कादरी को पद से हटाने की अनुशंसा की थी। पत्र में कहा गया था कि कादरी के खिलाफ FIR दर्ज है और उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए उन्हें पार्षद पद से हटाना आवश्यक है।
वीडियो में हुआ था बड़ा खुलासा
जून में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दो युवकों ने दावा किया था कि अनवर कादरी ने उन्हें पैसे देकर हिंदू महिलाओं को जाल में फंसाने और धर्मांतरण करवाने के लिए कहा था। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
फरारी के बाद सरेंडर, बेटी भी गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कादरी की तलाश शुरू की थी और उन पर ₹40,000 का इनाम घोषित किया था। उनकी बेटी आयशा कादरी को भी पिता को छिपाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
करीब तीन महीने फरार रहने के बाद 29 अगस्त को अनवर कादरी ने जिला अदालत में सरेंडर किया था।
अब अगला कदम – निगम सम्मेलन में बर्खास्तगी पर मुहर
भाजपा की बैठक के बाद अब यह तय है कि नगर निगम के आगामी सम्मेलन में अनवर कादरी की पार्षदी आधिकारिक रूप से समाप्त कर दी जाएगी। इंदौर के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी पार्षद को इस तरह बर्खास्त किया जाएगा।
