दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान एक मामला सामने आया, जिसमें कालीमठ, सुदामा नगर निवासी 22 वर्षीय युवती ने डॉ. राहुल शुक्ला पर यौन शोषण और जबरदस्ती करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इस संबंध में लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय को सौंपी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि वह लगभग एक वर्ष से डॉ. राहुल शुक्ला के घर खाना बनाने और घरेलू काम करने का कार्य करती थी। डॉ. शुक्ला, आशीष हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करते हैं और उनके पास ही क्लीनिक भी संचालित करते हैं।
पीड़िता के अनुसार, लगभग छह माह पहले डॉ. शुक्ला ने उसे घर में अकेला पाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की, लेकिन उसी दौरान उसकी मां उर्मिला राजपूत वहां आ गईं, जिससे वह उस दिन बच गई। इसके बाद कुछ समय सब सामान्य चलता रहा, लेकिन करीब दो माह पहले डॉक्टर ने दोबारा जबरदस्ती की, जिसके बाद उसने थाने में शिकायत करने की बात कही। डॉक्टर ने उस समय माफी मांगकर दोबारा ऐसी गलती न करने का वादा किया।
पीड़िता ने आगे बताया कि 27 अक्टूबर 2025 की शाम करीब 5 बजे, जब वह डॉक्टर के घर में रसोई में काम कर रही थी, तभी डॉक्टर ने फिर से उसका हाथ पकड़कर जबरन अपने कमरे में ले जाने की कोशिश की। विरोध करने पर वह किसी तरह वहां से भागी और घर पहुंचकर अपनी मां को पूरी बात बताई।
अगले दिन वह अपनी मां के साथ मदनमहल थाने पहुंची, लेकिन उनके अनुसार वहां पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की और उन्हें वापस भेज दिया गया। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद डॉ. शुक्ला ने खुद को बचाने के लिए 28 अक्टूबर को उसे और उसकी मां को झूठे चोरी के केस में फंसाने की कोशिश की।
पीड़िता ने कहा कि मैं एक सामान्य घर की लड़की हूं और लोगों के घर काम करके परिवार का पालन-पोषण करती हूं। डॉ. राहुल शुक्ला जैसे लोग हम जैसी असहाय लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाते हैं। कृपया उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल, पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने शिकायत को संज्ञान में लेते हुए संबंधित थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए हैं।
