दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। थाना भेड़ाघाट पुलिस ने आपसी रंजिश के चलते गोली चलाकर प्राणघातक हमला करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों में जितेंद्र उर्फ जित्तू लोधी (27 वर्ष) निवासी सहसन हाला ग्राम भदरवारा पाटन, दौलत सिंह ठाकुर (21 वर्ष) निवासी सहसन थाना पाटन, तथा अजीत उर्फ अज्जू लोधी (26 वर्ष) निवासी ग्राम घुंसौर शहपुरा हैं।
घटना 23 अक्टूबर को हुई थी, जब घायल दुर्गेश लोधी (36 वर्ष), निवासी घुंसौर थाना शहपुरा को गोली लगने के बाद मेडिकल कॉलेज लाया गया। पुलिस को दिए बयान में दुर्गेश ने बताया कि उसका मकान खजरी खिरिया दादा की बगिया मैरिज गार्डन के पीछे गोहलपुर में है। वह उसी दिन अपनी कार से आकाश ढाबे, बिलखरवा, भेड़ाघाट गया था। शाम करीब 8 बजे जब वह फोन पर बात करते हुए ढाबे के पास पैदल चल रहा था, तभी दो युवक उसके पास आए और एक ने उस पर गोली चला दी। गोली दुर्गेश की पीठ में लगी और पेट से निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जबलपुर सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात अंजना तिवारी, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी अंजुल अयंक मिश्रा के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी भेड़ाघाट कमलेश चौरिया के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
जांच में सामने आया कि दुर्गेश की पत्नी रानू पटेल ग्राम घुंसौर की सरपंच हैं और स्थानीय राजनीतिक तथा व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता के चलते अजीत उर्फ अज्जू लोधी से पुराना विवाद था। लगभग 10 माह पहले दुर्गेश और उसके भाइयों ने अजीत पर फायरिंग की थी, जिस पर थाना शहपुरा में मामला दर्ज हुआ था। उसी रंजिश के कारण तीनों आरोपियों ने बदला लेने की साजिश रची।
घटना वाले दिन शाम 6:30 बजे दौलत सिंह ने फोन कर अजीत को बताया कि उसने दुर्गेश को आकाश ढाबा में देखा है। तीनों ने वहीं पहुंचकर दुर्गेश को मारने की योजना बनाई। रात 8:20 बजे जब दुर्गेश बाहर निकला, तो जित्तू लोधी ने उस पर गोली चलाई। पहली गोली नहीं लगी, दूसरी गोली दुर्गेश की पीठ में लगी, जबकि तीसरी गोली पिस्टल में फंस गई। इसके बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर टीवीएस राइडर मोटरसाइकिल (एमपी 20 जेडयू 4366), हुंडई आई-20 कार (एमपी 20 सीडी 3414), देशी पिस्टल, एक मिस कारतूस, और दो जिंदा कारतूस बरामद किए। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
