दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में एक कार्यक्रम में प्रदेश के कई अफसरों की पोस्टिंग और कार्यशैली पर नाराजगी जताई। उन्होंने लिंक रोड नंबर दो स्थित जवाहर बाल उद्यान झील के जीर्णोद्धार के कार्यक्रम के दौरान अपने विचार साझा किए।
शर्मा ने मुख्यमंत्री से कहा कि शासन-प्रशासन और राजनीतिक जगत में गंदगी है और इसे शुद्ध करने के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने आभार प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री से प्रार्थना की कि जैसे पर्यावरण शुद्धि, जल और जलाशय शुद्धिकरण का अभियान चल रहा है, वैसे ही शासन-प्रशासन और राजनीतिक क्षेत्र में शुद्धिकरण का अभियान चलाया जाए।
शर्मा ने कहा, "आपने कठोरता से कुछ कड़े निर्णय लिए हैं और दंड भी दिए हैं। उसी कठोरता के साथ दंडित करें, चिन्हित करें और शुद्धिकरण करें।" जब उनसे पूछा गया कि क्या इसमें संगठन भी शामिल है, तो शर्मा ने कहा कि उनकी बात में शासन-प्रशासन और राजनीतिक क्षेत्र दोनों शामिल हैं, जिससे संगठन भी स्वतः शामिल हो जाता है।
रघुनंदन शर्मा ने यह भी कहा कि पिछले कई वर्षों से राजनीति के माध्यम से मध्य प्रदेश में ऐसे तत्व सक्रिय हुए हैं जो अपने निजी स्वार्थ के कारण विकास को अवरुद्ध कर रहे हैं और जनता को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इन अड़चनों को दूर करने की अपील की ताकि सहज सेवा सबको प्राप्त हो सके।
शर्मा ने पहले भी कहा था कि भाजपा की दुर्दशा द्रोपदी जैसी हो गई है। उन्होंने कहा, "सुना है कि यहां 5-5 प्रभारी हैं इस प्रदेश में। पांच पतियों वाली द्रोपदी की जैसी दुर्दशा हुई, वैसा यहां हो रहा है। इन पांच प्रभारियों में संवादहीनता की स्थिति पैदा हो रही है जो हमेशा नुकसान पहुंचाती है।" उन्होंने अंत में कहा कि वर्तमान में केवल दीपक जोशी का ही मामला है जो पार्टी से संबंधित है।