दैनिक सांध्य बन्धु ग्वालियर। महाराजपुरा थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी द्वारा एक युवती से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 25 वर्षीय अंजू राणा, जो भिण्ड रोड गिर्द के पास आदित्यपुरम में रहती हैं, ने एक साल पहले फाइनेंस कंपनी से पर्सनल लोन लिया था। 6 फरवरी 2024 को उन्होंने अपना लोन क्लोज कराने के लिए फाइनेंस कंपनी के ऑफिस का दौरा किया, जहां उनकी मुलाकात कंपनी के कर्मचारी रुपेश शर्मा से हुई।
रुपेश ने अंजू को बताया कि लोन क्लोज करने के लिए उन्हें बची हुई पूरी EMI का भुगतान करना होगा। अंजू ने रुपेश को 1.14 लाख रुपए नगद दे दिए। रुपेश ने आश्वासन दिया कि लोन क्लोज करके उन्हें जल्द ही NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) मिल जाएगा। लेकिन कई दिनों के बाद भी जब लोन क्लोज नहीं हुआ और कंपनी से EMI भरने के लिए फोन आने लगे, तो अंजू को धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
अंजू ने जब फाइनेंस कंपनी से संपर्क किया तो पता चला कि रुपेश ने कंपनी में पैसे जमा ही नहीं किए थे, जिससे उनकी सिविल स्कोर भी खराब हो गई। जब अंजू ने रुपेश से पैसे वापस मांगे, तो वह उन्हें लगातार टालता रहा। आखिरकार, रुपेश ने साफ-साफ मना कर दिया और कहा, "पैसे नहीं दूंगा, जो करना है कर लो।"
अंजू ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद अधिकारियों ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस धोखाधड़ी की घटना ने फाइनेंस कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।